बिहार के बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। टाटा टेक और उससे जुड़ी 19 कंपनियां बिहार के युवाओं को नौकरी देने आ रही है। बता दें कि हाल ही में बिहार सरकार ने 149 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की मंजूरी दी है। इसके लिए 5436 करोड़ रुपए की योजना बनी है। श्रम संसाधन विभाग और टाटा ट्रक के बीच योजना के क्रियान्वयन को लेकर सहमति पत्र पर समझौता भी हो गया है। अगले महीने इस पर हस्ताक्षर होने हैं। इसके बाद विभाग के एक्सपर्ट की टीम और टाटा टेक द्वारा सर्वे काम शुरू कर दिया जाएगा।
सोमवार को श्रम संसाधन और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जीवेश कुमार ने जानकारी दी कि इस योजना के तहत पहले फेज में 2020-23 वित्तीय वर्ष में 60 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पदों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में बदला जाएगा। इससे उद्योग क्षेत्र की उन्नत तकनीक और नए उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार युवाओं को ट्रेनिंग कर रोजगार का सृजन किया जाएगा। टाटा टेक और उससे जुड़ी 19 कंपनियां ट्रेंड युवाओं को नौकरी देगी।
बता दें कि सरकार दूसरे चरण में राज्य के 89 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने का काम पूरा करेगा। समझौते के अनुसार आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने में योजना में जितनी राशि खर्च होगी उसका 12 प्रतिशत राशि बिहार सरकार वहन करेगी। बाकी के 88 प्रतिशत राशि टाटा टेक को खर्च करना है।
राज्य के औद्दोगिक प्रशिक्षण संस्थान में कई नए कोर्सेज की शुरुआत होने जा रही है जिसमें फैशन टेक्नोलॉजी से लेकर ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी तक के कोर्स शामिल है। प्लास्टिक डाई इंजीनियरिंग, सीएनसी मिलिंग, सीएनसी टर्निंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिजायन, रोबोट सिस्टम इंटीग्रेशन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल इंसटालेशन, रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग, मोबाइल रोबोटिक्स, मेकाट्रोनिक्स, इंडस्ट्रियल कंट्रोल समेत कई रोजगार उन्मुखी कोर्स छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
Source- Dainik Jagran