15 जनवरी के बाद से मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन सड़क का काम दिखने लगेगा। सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहण की गई भूमि पर मार्किंग का काम शुरू हो गया है। जिले के अधिकतर अमीन इस काम में भिड़े हुए हैं। 40 से 45 किलोमीटर तक मार्किंग का काम पूरा कर लिया गया है। मार्केट का काम पूरा होते ही सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अगले साल के शुरुआत से ही निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। तक 1686 रैयतों के बीच तकरीबन 122 करोड़ रुपए राशि का आवंटन हो चुका है।
जिन रैयतों को मुआवजा की राशि मिल गई है उसमें सुल्तानगंज से 601, नाथनगर से 262, गोराडीह से 98, सबौर से 116, कहलगांव से 273, पीरपैंती से 336 संबंधित है। 88 मौजे का अवार्ड घोषित कर मुआवजा राशि के भुगतान के लिए संबंधित भू-धारियों को नोटिस भी जारी कर दिया गया है। 59 मौज का दखल-कब्जा अधियाची विभाग को सौंपा गया है। जो रैयत मुआवजा लेने के मूड में नहीं हैं, उनकी राशि न्यायालय में जमा की जा रही है। 92 मौजा में से 71 मौजा में दखल-कब्जा का काम पूर्ण हो चुका है।
बता दें कि अब तक रैयतों के बीच दो अरब 50 करोड़ रुपए भुगतान कर दिया गया है। कोर्ट में सौ करोड़ रुपए जमा किया गया है। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने पेंडिंग एप्लीकेशन और रैयतों के भुगतान संबंधित कार्य पर तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने संबंधित परियोजना के अधियाची पदाधिकारी व कार्य एजेंसी को सभी काम चालू पूरा करते हुए निर्माण कार्य निर्धारित समय से शुरू करने के निर्देश दिए हैं। सड़क निर्माण के लिए अब तक 71 मौजा जमीन नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को सौंपा जा चुका है।
एनएच के कार्यपालक अभियंता को जिलाधिकारी ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि विभाग से समन्वय स्थापित करके सबौर से कहलगांव तक एनएच की समुचित मरम्मत के लिए बिना देर किए ठोस पहल किया जाए।