किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए राज्य और केंद्र सरकारों की ओर से हाल के सालों में कई बड़े कदम उठाए गए हैं। खेती-किसानी के साथ ही पशुपालन तथा मछली पालन के क्षेत्र में कई ऐसे निर्णय लिए गए हैं जो खेतिहरों के लिए मुफीद साबित हुए हैं। अब इसी कड़ी में राज्य सरकार किसानों को पेन बेस्ड (मन, चौर तथा झील जैसे जल स्रोत) मत्स्य पालन के लिये 75 प्रतिशत तक की अनुदान दे रही है।
देश के ग्रामीण इलाकों में मत्स्य पालन काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। कम पैसे में बढ़िया मुनाफा मिलने के कारण किसानों के लिए यह कारोबार पहली पसंद होता जा रहा है। फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों में भारी तादाद में किसान मत्स्य पालन से जुड़कर बंपर कमाई कर रहे हैं।
बिहार सरकार ने पेन बेस्ड मत्स्य पालन इकाई की स्थापना हेतु 10 लाख 50 हजार रुपये लागत रखी है। सरकार के द्वारा इस पर 75 फीसदी तक का सब्सिडी दिया जा रहा है। एक अनुमान के अनुसार, मन, चौर तथा झील जैसे जल स्रोतों में मत्स्य पालन के लिए खेतिहरों को अधिकतम 7 लाख 87 हजार 500 रुपये की अनुदान मिलेगी।
बिहार सरकार की इस स्कीम का लाभ फिलहाल मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, छपरा, सिवान, खगड़िया, कटिहार, पूर्णियां, सुपौल, किशनगंज, सहरसा, अररिया, बेगुसराय, मधेपुरा, समस्तीपुर और दरभंगा के किसान उठा पाएंगे। यहां के मत्स्य पालकों को इस स्कीम का लाभ लेने के लिए बिहार मछली पालन विभाग वेबसाइट fisheries.bihar.gov.in पर 18 अक्टूबर से पूर्व आवेदन करना होगा। योजना के विषय में ज्यादा जानकारी के लिए किसान मत्स्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 15545 या फिर 18003456268 पर कॉल कर सकते हैं।