बिहार में ओढ़नी का नौका विहार धूम मचाने के साथ ही पर्यटन का भी बड़ा केंद्र बनकर उभरा है। इसकी खूबसूरती पर पयर्टन विभाग भी फिदा है। अब इसके पर्यटन को नया आयाम देने के मकसद से ओढ़नी के आईलैंड पर छह करोड़ 71 लाख रुपए खर्च कर रिसार्ट बनाया कराएगा। इसका संकेत ओढ़नी डैम पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही कर दिया था।
इसकी तैयारी को पर्यटन विभाग कागजी रूप दे रहा था। आचार संहिता खत्म होते ही पर्यटन विभाग के इंजीनियरों का बड़ा समूह दो दिन बाद ओढऩी डैम पर पहुंचेगा। इसके पूर्व में आईलैंड पर निर्माण कार्य पूर्ण करने हेतु सामग्री ढुलाई के लिए कटिहार से एक बड़ी मालवाहक नौका डैम पर पहुंची है। इंजीनियर का समूह पहुंचते ही रिसोर्ट का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा। अभी चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी को लेकर डैम पर पर्यटकों की संख्या में कुछ कमी देखी गई है। पर्यटन विभाग का प्लान है कि साल भर के भीतर रिसोर्ट का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाए।
बता दें कि जिले के डीएम सुहर्ष भगत ओढ़नी डैम को अपनी प्राथमिकता में जगह दी हैं। इनके कोशिशों का नतीजा है कि वोङ्क्षटग और जेस्की की सुविधा बाल होने से उम्मीद से भी ज्यादा की संख्या में पर्यटक ओढ़नी भ्रमण के लिए आ रहे हैं। खुशियां नीतीश कुमार कई मंत्री के साथ पहुंचे।
बता दें कि ओढ़नी का आईलैंड बांध से ठीक विपरीत दिशा में किनारा से जस्ट पहले ही है। पानी के बीचोंबीच स्थित यह आइलैंड में अभी तक प्रवासी पक्षियों का ठिकाना रहा है। इस पर बड़ी संख्या में पेड़ भी हैं और चारों ओर अथाह जलराशि। डीएम सुहर्ष भगत के मुहिम पर गत दिनों जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डैम पर पहुंचे तो वे एनडीआरएफ की टीम के साथ आइलैंड पर पहुंचे। लगभग आधा घंटा वहां सीएम ने रूककर इसकी खूबसूरती को करीब से देखा। इस दौरान सीएम के साथ कई मंत्री और आला अधिकारियों ने चाय का लुत्फ उठाया।
बांका के डीएम सुहर्ष भगत कहते हैं कि सीएम नीतीश कुमार के आगमन के समय ही यहां आईलैंड पर रिसोर्ट बनवाने की बात पक्की हो गई थी। इसके लिए पर्यटन विभाग 6.71 करोड़ रूपए खर्च करेगी। बांका जिले के पर्यटन को यह रिसॉर्ट नया आयाम देगा। बिहार के इकलौते रिसोर्ट में बैठने, ठहरने, खाने-पीने जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। एक साल के भीतर इसका काम पूरा हो जाएगा।