बरौनी रिफाइनरी में पीएसए पर आधारित ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जाएगी जिससे रोजाना 1500 सिलिंडर भरे जा सकेंगे। इससे बेगूसराय के साथ ही संपूर्ण बिहार को ऑक्सीजन की किल्लत से दूर किया जा सकेगा। बरौनी रिफाइनरी प्रमुख सह कार्यपालक निदेशक आरके झा ने यह जानकारी दी।
आरके झा ने कह कि कोरोना के तीसरी लहर में हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए हुए बरौनी रिफाइनरी ने जिले के सदर अस्पताल को 1050 डी – टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर व 500 लीटर क्षमता वाली 05 ऑक्सीजन सिलेंडर “छोटी संजीवनी” तेघड़ा, बलिया अनुमंडल और सदर अस्पताल को उपलब्ध कराया। उन्होंने जानकारी दी कि कि 100 बेड वाले तेघड़ा अस्पताल के लिए पूर्व में ही एक पीएसए आधारित ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा चुका है मेरे सीजीएम रहते हुए इसकी कमिशनिंग हुई, इसकी मुझे बहुत खुशी है। झा ने बताया कि 50 बेड के बच्चों के अस्पताल का निर्माण भी सदर अस्पताल में किया जा रहा है।
आर के झा ने कहा कि पॉलीप्रोपलीन यूनिट के साथ इस सेक्टर में पेट्रोकेमिकल का नया युग शुरू होगा। इस परियोजना के शुरु हो जाने से बेगूसराय में छोटे उद्योगों की एक सिरीज शुरु होगी जो बेगूसराय ही नहीं किंतु बिहार में रोजगार का सृजन करने के लिए बेहद प्रभावशाली साबित होगा। झा ने कहा कि भारत की ऊर्जा’ के रूप में “इंडियनऑयल”, बिहार के सपनों और मुरीदों के साथ पूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को सक्रिय करने के लिए कटिबद्ध है।
बता दें कि बिहार का इकलौता रिफाइनरी बरौनी रिफाइनरी न सिर्फ बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, यूपी और एमपी के कुछ हिस्सों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है, बल्कि हमारे पड़ोसी मुल्क नेपाल की ईंधन की जरुरतों को भी पूरा करती है।
अपने संबोधन में श्री आर के झा ने कहा कि इंडियन ऑयल के हाल ही में नवीनतम बिजनेस वर्ल्ड रियल 500 रैंकिंग में भारत में टॉप गैर-वित्तीय कंपनी के तौर पर अपनी पहचान स्थापित की है। इसका क्रेडिट 2020-21 के दौरान इंडियन ऑयल के शानदार प्रदर्शन को जाता है जिस वजह से उस दौरान अब तक का सर्वाधिक इंडियन ऑयल का मुनाफा रहा है। कोविड महामारी के बाद यह उपलब्धि हासिल की गई।
बेगूसराय जिले में बरौनी रिफाइनरी के द्वारा आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए किए जा रहे मुहिम के बारे में उन्होंने बताते हुए कहा कि बिहार में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने हेतु बेगूसराय जिले के किसानों के वित्तीय विकास हेतु बछवारा इलाके में 50 बायो संयंत्रों की स्थापना हो रही है। स्कूली बच्चों को पठन-पाठन के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के मकसद से गोविंदपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में चार नई कक्षाओं का निर्माण किया गया है। केशावे गाँव में जल जमाव की समस्या से मुक्ति दिलाने हेतु नाले के निर्माण का कार्य जारी है।