बिहार को एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है। वाराणसी-हावड़ा रेलवे रुट हाई स्पीड बुलेट ट्रेन के परिचालन के लिए सर्वेक्षण का काम शुरू हो चुका है। सर्वे करने वाली कार्य एजेंसी झारखंड के गिरिडीह में अपना काम शुरू कर चुकी है। बता दें कि राज्य की राजधानी पटना से होते हुए धनबाद और वर्धमान होते हुए बुलेट ट्रेन गुजरेगी। दिल्ली से हावड़ा तक हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है। वाराणसी से दिल्ली के बीच में निर्माण कार्य तेज है। बुलेट ट्रेन के चलने से यात्री बेहद कम समय में दिल्ली से हावड़ा तक की दूरी सफर तय करेंगे।
हाई स्पीड बुलेट ट्रेन के लिए सामाजिक प्रभाव और पुनर्वास पर होने वाले खर्च के सर्वे की जिम्मेदारी टीला कंसल्टेंट्स एंड कॉन्ट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और मोनार्क सर्वेयर्स एंड इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है। वाराणसी-हावड़ा रेल नेटवर्क के निर्माण कार्य ग्रोवर इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, एल एन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के कंसोर्टियम को दिया गया है। 760 किलोमीटर लंबी रेलवे ट्रैक के लिए एरियल सर्वे का काम 150 दिनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है।
बता दें कि एक महीने पहले ही बिहार चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज ने दिल्ली से वाराणसी तक बुलेट ट्रेन के परिचालन को पटना तक विस्तार करने की मांग की थी। पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा गया था “दिल्ली से वाराणसी तक बुलेट ट्रेन के परिचालन का विस्तार करते हुए इस प्रोजेक्ट मे बिहार की राजधानी पटना को भी शामिल किया जाए।”