बिहार के पहाड़ी इलाकों में पानी की दिक्कत को दूर करने के लिए 33 स्थानों पर गारलैंड ट्रेंच का निर्माण किया जाएगा। जहां पर बारिश की समय पानी को इकट्ठा करके गर्मी तक उसका उपयोग होगा। इससे सात हजार से ज्यादा हेक्टेयर खेतों की खेती होने के साथ ही तकरीबन 8 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। इसके तहत 40 लाख घन मीटर जल एकत्रित होगा। गारलैंड ट्रेंच के निर्माण हेतु लघु जल संसाधन विभाग ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है। निर्माण के सयम बालू की सतह बनाई जाएगी।
बता दें कि बिहार में 33 जगहों पर गारलैंड ट्रेंच निर्माण की कार्ययोजना बनी है। इसमें तकरीबन 105 करोड़ रुपए खर्च होने का आंकलन है। पहले फेज में 16 जगहों पर निर्माण की मंजूरी मिली है। इसमें गया के कोरवा नादरा में गारलैंड ट्रेंच बनाया जा रहा है। तकरीबन 3.17 करोड़ रुपए खर्च कर निर्माण होने वाले गारलैंड ट्रेंच में कुल 1.50 लाख घन मीटर जल एकत्रित किया जाएगा। इससे 256 हेक्टेयर खेतों की खेती का लाभ मिलेगा। चापाकल और कुआं में पानी का स्तर हमेशा बना रहेगा।
लधु जल संसाधन विभाग के मंत्री जयंत राज ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में पानी की दिक्कत को देखते हुए गारलैंड ट्रेंच का निर्माण हो रहा है। इससे वहां बसने वाले लोगों को पानी की दिक्कत से मुक्ति मिलने के साथ ही खेतिहरों के खेत में खेती में होने वाली बाधा भी दूर होगी।