जल्द ही उत्तर बिहार और मिथिलावासी नजदीक से तारों की दुनिया का आनंद उठा सकेंगे। राज्य की राजधानी पटना के बाद बिहार के दरभंगा में दूसरा तारामंडल बनकर तैयार हो रहा है। राज्य का अब तक का सबसे आधुनिक तकनीक से बनाए जा रहे तारामंडल आने वाले कुछ महीनों में ही आम लोगों के लिए समर्पित कर दिया जाएगा। तारामंडल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और युद्ध स्तर पर इन दिनों काम किया जा रहा है। इसके निर्माण से बड़ी संख्या में स्थानीय मजदूरों को रोजगार मिला है और अप्रत्यक्ष रूप से भी लोग जुड़े हुए हैं।
राज्य के दूसरे तारामंडल में डेढ़ सौ सीटों के प्लैनेटेरियम और 300 सीटों के ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है। तारामंडल बनाने में बिहार सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग 73 करोड़ 73 लाख 60 हजार 331 रुपये की राशि खर्च कर रही है। दरभंगा पॉलिटेक्निक कॉलेज के जमीन पर साढ़े तीन एकड़ एरिया में इसका निर्माण किया जा रहा है।
इसके बन जाने से बिहार ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल के सीमावर्ती जिलों के छात्र-छात्राएं भी ग्रहों और तारों की दुनिया की नजदीक से सैर कर सकेंगे। तारामंडल के छत के ऊपरी हिस्से में खूबसूरत रूफ गार्डेनिंग लगाने का काम जारी है, जहां लोग अपने आपको प्रकृति के करीब महसूस करेंगे।
तारामंडल के अभियंता अनिमेष राज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह बिहार का दूसरा तारामंडल है, जो लगभग बनकर तैयार हो गया है। 31 मई 2022 तक इसे पूरा करके हैंडोवर करना है। उन्होंने बताया कि एंट्री में ही अंदर क्या दिखाया जाएगा इसकी पूरी जानकारी लोगों को डिस्प्ले के जरिए दिखाई जाएगी।