बिहार के पंचायतों में एईएस व जेई के नियंत्रण के लिए एंबुलेंस तैनात किया जाएगा। प्रदेश के एईएस व जेई प्रभावित 12 जिलों में पंचायतवार एंबुलेंस नियुक्त करने का फैसला स्वास्थ्य विभाग ने लिया है। इस बाबत सभी संबंधित जिलों के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और सिविल सर्जनों को विभाग ने निर्देश दिया है। जिन जिलों को निर्देश दिया गया है, उनमें मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, सारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, पटना, सीवान, सीतामढ़ी, गोपालगंज व शिवहर शामिल हैं।
विभाग की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक पंचायतों में संचालित एंबुलेंस मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत तैनात किए जाएंगे। इससे आपातकालीन स्थिति में पंचायत के किसी भी गांव में एईएस व जेई से संक्रमित बच्चे को आईडेंटिफाई कर उसे तत्काल रुप से मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके और पास के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में उसे पहुंचाया जा सके। इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत सभी सिविल सर्जनों को जिला परिवहन दफ्तर से निबंधित एंबुलेंसों की लिस्ट लेने और एंबुलेंस संचालकों के साथ समझौता करने का निर्देश दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, सार्वजनिक जगहों पर पंचायत में नियुक्त होने वाले एंबुलेंस संचालकों के मोबाइल नंबर और एंबुलेंस का नंबर भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसकी लिस्ट और सूचना पंचायतीराज संस्थानों के प्रतिनिधियों, आशा कार्यकर्ता को उपलब्ध कराने को कहा गया है। एक सप्ताह के भीतर इसे क्रियान्वित करने का आदेश विभाग ने सिविल सर्जनों को दिया है। इसके अलावा राज्य स्वास्थ्य समिति को टैगिंग किए गए एंबुलेंसों की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वार सूची, एंबुलेंस संचालकों के फोन नंबर के साथ उपलब्ध कराने को कहा गया है।
समझौते के मुताबिक, डिस्टेंस के हिसाब से स्लैब और रेट तय किया गया है। 0-20 किमी के लिए 400 रुपए, 21-40 किमी के लिए 600 रुपए व 41 से 60 किमी के लिए 800 रुपए जबकि 61 किमी से ज्यादा जाने पर अधिकतम 1000 रुपए दर निर्धारित किया गया है।