बिहार के तमाम 71 हजार से अधिक प्राथमिक तथा माध्यमिक सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे डेढ़ करोड़ से ज्यादा बच्चों को अब हर साल विशेष डायरी दी जायेंगी। इन डायरियों में बापू और मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे हस्तियों के जीवन पर आधारित प्रेरित करने वाली जानकारी होगी। जिससे बच्चे प्रेरणा ले सकें।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने जानकारी दी कि इन डायरियों में सामाजिक सुधार से संबंधित और भी जानकारियां शेयर की जायेंगी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार यह तैयारी आगामी शैक्षणिक सेशन 2023-24 से शुरू होगी। इन डायरियों का पैटर्न फिलहाल तय हो रहा है।
उन्होंने बताया कि यह कदम प्रदेश में शैक्षणिक मानकों में सुधार के लिए सरकार के द्वारा उठाये जा रहे उपायों का एक भाग है। इसके अतिरिक्त शिक्षकों को बच्चों और अन्य गतिविधियों के प्रदर्शन को रिकोर्ड करने के लिए डायरी उपलब्ध कराई जायेगी।जानकारी के अनुसार अगले शैक्षणिक सेशन से प्राथमिक कक्षाओं के लिए अभ्यास किताबें मुद्रित कर के दी जायेंगी। बच्चों को खास तरह की डायरी देने का फैसला पहली बार लिया गया है।
जानकारी के अनुसार प्राथमिक तथा माध्यमिक स्कूलों में प्रतिदिन चेतना सत्र शुरू करने के निर्देश दिये गये हैं। इन चेतना सत्रों में बच्चों को महात्मा गांधी तथा मौलाना अबुल कलाम की जीवनी शेयर की जायेगी। साथ ही इन व्यक्तियों के जीवन पर आधारित पुस्तकों का भी वितरण होगा।
इधर एक अन्य जानकारी के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए फिलहाल एक करोड़ 20 लाख से ज्यादा स्कूली बच्चों के खाते में पुस्तकें खरीदने के लिए पैसे डाल दी गयी है। जल्दी ही शेष बच्चों के लिए राशि डाली जायेगी। बता दें कि इस वर्ष पुस्तकें खरीदने के लिए बच्चों के एकाउंट में अब तक 416 करोड़ रुपये की राशि डाली गयी है।