बिहार का ‘गोल्ड सिटी’ जमुई एक बार फिर से चर्चा में है। हम गोल्ड सिटी इसलिए कह रहे हैं क्यों कि कुछ दिन पहले हीं यहां देश का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार होने का खुलासा हुआ है। जमुई की देश-विदेश में खूब चर्चा हुई थी। अब एक बार फिर जमुई काफी चर्चा में है। दरअसल बिहार के जमुई में 500 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज बनने जा रहा है। बिहार के CM नीतीश कुमार ने मंगलवार को वर्चुअल तरीके से जमुई मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का शिलान्यास पटना से किया। हालांकि शिलान्यास को लेकर निर्माण स्थल पर भी एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जहां लोगों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से CM और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री को भी सुना। इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री, सांसद और विधायक उपस्थित रहे।
बता दें की, लंबे इंतजार के बाद अब जमुई में भी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। 500 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के निर्माण के लिए खैरा प्रखंड के बेला गांव में 19 एकड़ जमीन फिलहाल दे दिया गया है, जरूरत पड़ने पर और भी जमीन मुहैया कराई जाएगी। करीब 27 एकड़ में इस हॉस्पिटल को बनाने की योजना है। जमुई के इस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का निर्माण कार्य साढ़े 3 साल में पूरा होना है। मीले जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज में जहां छात्रों के नामांकन के लिए 100 सीट रहेगा। वहीं अस्पताल भवन 500 बेड वाला बनएगा। मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तमाम चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध रहेगी। जिसमें ओपीडी, मॉडर्न इमरजेंसी, आईसीयू के साथ रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी टेस्ट की सुविधा रहेगी।
जमुई के मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 300 बेड छात्र छात्रावास और 200 बेड का छात्रा छात्रावास के अलावा 100 बेड का इंटर्न हॉस्टल और रेसिडेंट हॉस्टल के 62 यूनिट के अलावा कई तरह के आवास बनाने का प्रस्ताव है। जमुई के इस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के निर्माण की जिम्मेदारी गुजरात की एक कंपनी को मिली है। शिलान्यास कार्यक्रम के बाद जमुई के DM ने बताया कि 3 से साढ़े 3 साल में इस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का निर्माण पूरा हो जाएगा, जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। बिहार सरकार के मंत्री सुमित कुमार सिंह ने बताया कि जमुई का यह मेडिकल कॉलेज से जिले के साथ-साथ पड़ोसी जिले के अलावा झारखंड के गिरिडीह और देवघर के लोगों को भी लाभ मिलेगा।