इस साल के अंत तक बिहार के आठ और जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलीटिकल कॉलेज चार जिलों में बनकर तैयार हो जाएगा। इन संस्थानों के भवन निर्माण का काम पूर्ण करने हेतु भवन निर्माण विभाग ने इस साल के नवंबर से दिसंबर तक के बीच का लक्ष्य रखा है। भवन निर्माण विभाग की एक समीक्षा में गत दिनों इंजीनियरिंग कालेज और पालीटेक्निक कालेजों के बिल्डिंगों को लेकर अफसरों के बीच के मंथन हुआ। अधिकारियों को यह कहा गया कि सीएम ने साफ तौर पर कहा है कि निर्धारित समय में इंजीनियरिंग कॉलेज के भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो जाए।
बता दें कि बिहार सरकार के सात निश्चय के तहत 31 जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज बनाए जाने हैं। योजना के प्रभावी होने के बाद अभी तक 23 कॉलेज के भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इस तरह राज्य के हर जिले में पॉलिटिकल कॉलेज भी बनाया जाना है। अब तक 11 पॉलीटिकल कॉलेज का निर्माण सात निश्चय के तहत हो चुका है। जिले के अधिकारियों ने समीक्षा बैठक में यह भरोसा दिलाया कि कार्य प्रगति पर है, और साल के अंत तक निर्धारित समय में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज के भवन का काम पूरा हो जाएगा।
बता दें कि शिवहर, कटिहार, बक्सर, शेखपुरा, खगड़िया, समस्तीपुर, आरा और सिवान में इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण चल रहा है। वहीं जिन जिलों में पालीटेक्निक भवनों का निर्माण जारी है, उनमें अरवल, जहानाबाद, पश्चिम चंपारण और भोजपुर शामिल है। जिन जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज बन चुका है उनमें नवादा, वैशाली, मुंगेर, जहानाबाद, बख्तियारपुर, सासाराम, मधेपुरा, कैमूर, किशनगंज, पश्चिम चंपारण, अरवल, लखीसराय, सीतामढ़ी, गोपालगंज, अररिया,सहरसा, सुपौल, पूर्णिया, मधुबनी, औरंगाबाद, जमुई, बांका और बेगूसराय शामिल हैं।