बिहार में इन दिनों शिक्षा व्यवस्था को सुधार करने पर सरकार खासा ध्यान दे रही है, अब इसी कड़ी में प्रदेश के यूनिवर्सिटियों में स्मार्ट क्लास की कवायद की जा रही है। इसके लिए खास तरह के एलईडी स्क्रीन या टीवी मुहैया कराए जा रहे हैं। इसका नाम इंटरेक्टिव प्लैट पैनल डिस्प्ले दिया रहा है। यह एक प्रकार का डिजिटल बोर्ड होगा, जिसका उपयोग प्राध्यापक अलग-अलग विषयों की पढ़ाई के लिए कर पाएंगे।
बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद के डायरेक्टर असंगबा चुबा आओ ने इस संबंध में यूनिवर्सिटियों के कुलपति एवं संबंधित कॉलेजों के प्राचार्यों को आधिकारिक लेटर लिखा है। इस तरह के बोर्ड सबसे पहले फेज में एएन कॉलेज पटना, पटना वीमेंस कॉलेज, सीएम साइंस कॉलेज दरभंगा, मारवाड़ी कॉलेज भागलपुर, कॉलेज ऑफ कॉमर्स पटना, एचडी जैन कॉलेज आरा, सुंदरवती महिला कॉलेज भागलपुर, जगजीवन कॉलेज आरा, मगध महिला कॉलेज पटना, लक्ष्मीनारायण दुबे कॉलेज मोतिहारी, महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह मेमोरियल कॉलेज दरभंगा, महिला शिल्प कला भवन कॉलेज मुजफ्फरपुर, सबौर कॉलेज सबौर, नालंदा कॉलेज नालंदा, शेरशाह कॉलेज सासाराम, श्री नारायण सिंह कॉलेज मोतिहारी और श्री अरविंद महिला कॉलेज पटना को दिये जाने हैं। इसके साथ ही तमाम सभी परंपरागत यूनिवर्सिटी को पैनल डिस्प्ले बोर्ड उपलब्ध कराए जायेंगे। हर विश्वविद्यालय और कॉलेज में पांच-पांच डिस्प्ले या डिजिटल बोर्ड उपलब्ध कराये जाने हैं।
इस तरह कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से ब्लैक बोर्ड का इस्तेमाल खत्म हो जाएगा। शिक्षकों को इस बोर्ड से पढ़ाई हेतु प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मालूम हो कि बिहार के माध्यमिक विद्यालय में स्मार्ट क्लास शुरू हो गई है। इसमें डिजिटल डिस्पले के बजाय टीवी का उपयोग किया जा रहा है। फिलहाल इसका समुचित इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।