बिहार के करोड़ों मनरेगा मजदूर के लिए सरकार नई पहल करने जा रही है। अब राज्य के एक करोड़ 89 लाख मनरेगा मजदूरों को बीमा के दायरे में लाया जाएगा जिसमें 46 लाख 66 हजार महिलाएं भी शामिल है। इन सभी मनरेगा मजदूरों को बीमा और स्वास्थ्य बीमा कराया जाएगा। कोरोना काल में मनरेगा मजदूरों के सामने स्वास्थ्य व सुरक्षा संबंधी परेशानियों को देखते हुए ग्रामीण विकास विभाग इस योजना पर काम करने जा रही है जिसके लिए तैयारी भी शुरू हो चुकी है।
योजना को कितनी बार निमित्त करने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं जिसके बाद मनरेगा आयुक्त सीपी खंडूजा ने सभी जिलों के जिलाधिकारी और डीडीसी पदाधिकारी को इस संबंध में पत्र लिखकर काम में तेजी लाने को कहा है। मजदूरों के स्वास्थ्य व सुरक्षा के नजरिए से ध्यान में रखकर बैंकों से समन्वय स्थापित करने को लेकर निर्देश दिए गए हैं। इसके जिम्मेदारी प्रखंड के अधिकारियों को भी सौंपी जाएगी। अभियान का रूप देने और योजना को सफल बनाने के लिए ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
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वैसे मनरेगा मजदूर जो प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना कराने में असमर्थ है वैसे मजदूरों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़कर उन्हें लाभ दिया जाएगा। बता दें कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना दुर्घटना बीमा योजना है। इसमें मात्र 12 रुपए का सालाना प्रीमियम देना होता है। दुर्घटना के वक्त 2 लाख रुपए की राशि मिलती है। 18 साल से 70 साल के बीच के मनरेगा मजदूर इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।