बिहार के सरकार के द्वारा उद्योग को बढ़ावा देने हेतु हाल में कई आवश्यक कदम उठाए गए हैं। अब उधमी प्लांट लगाते ही प्रोडक्शन शुरू कर सकेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य सरकार के द्वारा नया उद्यम शुरू करने के लिए केवल जमीन ही नहीं दी जाएगी, बल्कि जमीन के साथ ही तमाम आधारभूत संरचनाएं बनाकर उन्हें मुहैया कराई जाएगी। उधमी उपकरण लगाकर डायरेक्ट प्रोडक्शन कर सकेंगे।
बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बरारी भागलपुर एवं पूर्णिया में प्लॉट चिन्हित कर लिया है। इन प्लांटों पर भवन निर्माण के माध्यम से टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। छह महीने के अंदर एजेंसी को भवन निर्माण पूरा करने का जिम्मा सौंपा गया है। प्लांटो पर भवन निर्माण करवाने के साथ ही बियाडा के द्वारा बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। बियाडा के द्वारा बरारी भागलपुर में चार एवं पूर्णिया में तीन प्लॉट चिन्हित किए गए हैं। भवन निर्माण के द्वारा इन प्लांटों पर तकरीबन छह करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं।
बियाडा के उपमहाप्रबंधक सौम्य वर्मा कहते हैं कि उधमी प्लग लगाते ही प्रोडक्शन शुरू कर सकते हैं। पहले जमीन बियाडा के द्वारा उपलब्ध कराया जाता था। इसके बाद उस जमीन पर भवन बनाया जाता था फिर बिजली और पानी का कनेक्शन लगाते थे। इससे उद्यमियों का समय, मेहनत और पूंजी भी खर्च होता था। अब तमाम सुविधाओं के साथ बियाडा के द्वारा उधमी को किराए पर भवन उपलब्ध कराया जाएगा। टेक्सटाइल और लेदर उधमी को भवन में आवंटित करने में पहले प्राथमिकता दी जाएगी।
बता दें कि बियाडा के जमीन पर नया उधम शुरू करने में उद्यमियों को काफी सुविधा होगी। बता दे कि 13 खाली पड़े जमीन पर बियाडा के द्वारा भवन निर्माण हेतु टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। भवन निर्माण पूरा करने के पश्चात डायरेक्ट उधमी को भवन सौंप दिया जाएगा। उधमी को प्रोडक्शन शुरू करने हेतु भवन निर्माण की प्रतिक्षख नहीं करनी पड़ेगी।