बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु सरकार ने निरंतर कोशिश तेज कर दी है। प्लग एंड प्ले प्री-फेब्रीकेटेड शेड का निर्माण राज्य के 5 जिलों में किया जाना है। एक शेड के निर्माण में 15 करोड़ की राशि खर्च होगी। उद्यमी केवल मशीन लगाकर प्लांट शुरू कर सकेंगे। भूमि से लेकर पानी और बिजली तक की व्यवस्था सरकार के द्वारा मिलना है। इसे प्रदेश में औद्योगिक विकास गति को बढ़ावा मिलेगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत भागलपुर के साथ ही चंपारण, हाजीपुर, बिहटा और मुजफ्फरपुर में शेड का निर्माण होना है। 6 महीने के अंदर शेड का निर्माण होगा। निर्माण कार्य हेतु इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने टेंडर 75 करोड़ रुपए की निकाली है। टेक्निकल बिड 5 जुलाई को खुलेगा। जबकि पटना में 28 जून को कार्य एजेंसियों की प्री बिड बैठक बुलाई गई है।
संजय कुमार वर्मा (महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र) ने जानकारी दी कि प्लग एन्ड शेड निर्माण का मकसद उन उद्यमियों की सहायता करना है जो भूमि की कमी में अपना प्लांट नहीं खुल पा रहे हैं। अब उन्हीं के साथ बिजली की आपूर्ति भी होगी। उद्यमी मशीन और मानव शक्ति लाए और मशीनरी हेतु प्लग ऑन करें। उनका प्लांट खुद-ब-खुद दौड़ने लगेगा। यहां सेनेटरी पैड, पैकेजिंग मैटेरियल और कपड़ा निर्माण जैसे छोटे उद्यमों को बढ़ावा मिलेगा।
बिहार के जिन जगहों पर सरकार के द्वारा सेठ का निर्माण किया जाना है उनमें को-ऑपरेटिव स्पीनिंग मिल कैंपस (भागलपुर), कुमारबाग इंडस्ट्रियल एरिया (प. चंपारण- फेज-2), बेला इंडस्ट्रियल एरिया (मुजफ्फरपुर), हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया (हाजीपुर) और सिकंदरपुर इंडस्ट्रियल एरिया (बिहटा, पटना) शामिल है।