बिहार के सुपौल को नए सरकारी मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित हुई जिसमें 24 एजेंडों पर मुहर लगी। सुपौल जिले में नए लोहिया मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल निर्माण को मंजूरी दी गई है। मेडिकल कॉलेज निर्माण पर टोटल 603 करोड़ 68 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। मौजूदा वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस योजना को प्रशासनिक मंजूरी दे दी है।
सुपौल में बनने वाला लोहिया मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल बिहार का 15वां सरकारी संस्थान होगा, जिसका निर्माण अब शुरू होगा। प्रदेश में अभी तक 14 मेडिकल कॉलेज स्थापित हो रहे हैं। इसमें सीवान, बक्सर, भोजपुर, सीतामढ़ी, महुआ (वैशाली), जमुई, झंझारपुर (मधुबनी), पूर्णिया, समस्तीपुर, छपरा, मोतिहारी, सीवान, बेगूसराय और मुंगेर की मंजूरी पहले मिल चुकी है। अभी तक प्रदेश में सरकारी सेक्टर में 12 मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटलों की मान्यता प्रदान की जा चुकी है।
कैबिनेट की बैठक संपन्न होने के बाद विभाग के अपर मुख्य सचिव डा एस सिद्धार्थ ने जानकारी दी की राजधानी पटना में बारिश के दिनों में होने वाले जल जमाव को दूर करने हेतु 957 करोड़ रुपए की योजना पर मुहर लगी है। इसके तहत पटना में बरसात के दिनों में होने वाले जलजमाव को दूर करने हेतु एक एकीकृत प्लान बनाया गया था। कल साले लेट के सलाह के बाद राजधानी में होने वाले जलजमाव वाले नौ कंटेनमेंट जोन चिन्हित किए गए थे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने राजधानी को एक हजार करोड़ योजना की मंजूरी दी थी।
बता दें कि पहले जोन में पटना नगर निगम क्षेत्र, दानापुर, फुलवारीशरीफ और खगौल सहित आसपास के इलाके में जल निकासी प्रबंधन को विकसित किया जाना है। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र, राजधानी इलाके के गांधी मैदान, बुद्धा कॉलोनी, पाटलिपुत्र कॉलोनी, पटेल नगर, राजापुल, बोरिंग रोड, आनंदपुरी, गांधी मैदान रोड से पटना जंक्शन तक इलाके के लगभग 1912 हेक्टेयर इलाके की जल जमाव की समस्या का निष्पादन किया जा सकेगा। इसके लिए 115.67 करोड़ की योजना को मंजूर किया गया था।