बिहार स्टेट निवेश संवर्धन समिति ने 764.96 करोड़ की 53 प्रोजेक्टों को पहले चरण का क्लियरेंस दिया है। यह क्लियरेंस विकास आयुक्त के नेतृत्व गुरुवार को हुए बोर्ड की 41वीं मीटिंग में दिया गया है। हालांकि, बोर्ड की मीटिंग की समूची प्रोसीडिंग फिलहाल जारी नहीं हुआ है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिन 53 इकाइयों को पहले क्लियरेंस मिला है,उनमें सबसे बड़ी परियोजना वैशाली जिले में एक खाद्य प्रसंस्करण प्लांट लगाने की है। इस प्लांट के लिए 213 करोड़ का इन्वेस्ट होना है। इसके अतिरिक्त राज्य निवेश संवर्धन बोर्ड की इसी मीटिंग में 164.62 करोड़ की 11 प्रोजेक्टों को वित्तीय स्वीकृति दी। अब इन प्रोजेक्टों को काम शुरू करने हेतु वित्तीय सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी।
संदीप पोंड्रिक (प्रधान सचिव, उद्योग विभाग) ने जानकारी दी है है कि वे 24 स्टार्ट अप, जिन्हें हाल ही में स्टार्ट अप नीति के तहत पहली इंस्टालमेंट जारी की गयी, उनमें से 15 अनुशंसित स्टार्ट अप को दूसरी इंस्टालमेंट 23 सितंबर को विकास आयुक्त बिहार के नेतृत्व में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया जायेगा। दरअसल हाल ही में हुए मीटिंग में विशेषज्ञ पैनल के समक्ष इन स्टार्ट अप्स ने अपनी प्रस्तुतियां दी। राज्य उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पोंड्रिक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर बोर्ड की मीटिंग के संबंध में जरूरी जानकारियां शेयर की हैं।
उद्योग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले में ब्रांडेड ट्रैवल बैग निर्माण की सबसे बड़ी यूनिट का निर्माण हो रहा है। बिहार में इस प्रकार की सबसे बड़ी फैक्ट्री होगी। ट्रैवल बैग निर्माण के लिए तकरीबन 960 उपकरणों को लगाने में उद्योग विभाग और जीविका दीदी मिलकर काम कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि या फैक्ट्री इसी साल के दिसंबर तक शुरू हो जाए।