बिहार में खगड़िया नेशनल हाईवे 31 के बूढ़ी गंडक पर निर्मित पुल काफी पुराना हो गया है। हर दृष्टि से यह पुल महत्वपूर्ण है। एनएच 31 पर राज्य में कुरसेला के बाद यह दूसरा सबसे अहम पुल है। इसके अहमियत के मद्देनजर इसके सामानांतर नया पुल बनाया जा रहा है। इसमें लगातार विलंब हो रहा है। तय समय गुजर चुका है। अब जाकर आशा जगी है कि दिसंबर में इस होकर आवाजाही शुरू हो जाएगा।
सामानांतर नए पुल का निर्माण 2017 के दिसंबर से आरंभ किया गया। 2019 में पुल का निर्माण हो जाना था। कोविड के वजह से इसके निर्माण कार्य पर रोक लगा। फिर बूढ़ी गंडक की उफान से काम प्रभावित रहा। सिमरिया से खगड़िया के बीच 2017 में एनएचआइ ने 62.232 किमी लंबी सड़क के दोहरीकरण के समय इस पुल का निर्माण 15.5 करोड़ खर्च कर शुरू किया था। पुल का निर्माण पुंज लायड स्ट्रक्चर कंपनी कर रही है। कंपनी के अभियंता नलिम पठानिया ने जानकारी दी कि पीलर का काम जुलाई 2022 से पूर्व ही पूर्ण कर लिया गया। निर्माण कार्य सितंबर 2022 तक पूरा करना था। बूढ़ी गंडक में वजह से निर्माण में बाधाएं आई।
पुल निर्माण का कार्य तकरीबन 90 फीसदी पूर्ण किया जा चुका है। चार दिनों के भीतर अब ऊपर के स्ट्रक्चर का कार्य पूर्ण किया जाएगा। 15 नवंबर तक ढलाई का कम कर नवंबर के अंतिम तक एप्रोच पथ से जोड़ा जाएगा। अगले महीने 10 दिसंबर तक बूढ़ी गंडक नदी पर निर्मित पुल के सामानांतर निर्माण होने वाला यह पुल बन जाएगा।
बता दें कि बूढ़ी गंडक पर पहले से बने पुल आई-गार्डर डिजाइन में तैयार किया गया है। बाक्स गार्डर के रूप में पुराने पुल के सामानांतर निर्माण हो रहा पुल का डिजाइन है। इस डिजाइन में पाया के ऊपर से बाक्सनुमा डिजाइन तैयार कर इसके बाहरी दीवारों को ढाल कर उसके ऊपर गार्टर बनाया जाता है। ताकि पुल की आयु ज्यादा हो जाती है।