भागलपुर जिले में बिहार का पहला टेक्सटाइल पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट खुलेगा। यह ऐलान बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने किया है। मंत्री बीते दिन बुधवार को परिसदन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट खोलने के लिए साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्रालय को सिल्क इंस्टिट्यूट की 5 एकड़ जमीन सौंपी जाएगी। इसे एआइसीटीई से मान्यता प्राप्त हो चुका है। टेक्सटाइल पॉलिटेक्निक में युवाओं को टेक्सटाइल डिजाइनिंग, टेक्सटाइल इंजीनियरिंग और प्रिंटिंग जैसे विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी। यहां छात्रों को डिप्लोमा की डिग्री मिलेगी।
उद्योग मंत्री ने कहा कि सूत मिल के 8 एकड़ जमीन पर सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का प्रोफेशनल ट्रेनिंग केंद्र सह हॉस्टल भवन बन रहा है। भवन निर्माण पर कुल 40 करोड़ रुपए की लागत आ रही है। भवन निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद केंद्र सरकार के मंत्री मनसुख मांडवीया उद्घाटन करने के लिए भागलपुर आएंगे। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग की करोड़ रुपए की जमीन भागलपुर में नियम की अनदेखी कर एक प्राइवेट कंपनी को दे दी गई है। मामला संज्ञान में आने के बाद जमीन का लीज मैंने रद्द कर दिया है। मामला कोर्ट में पेंडिंग है। कोर्ट के आदेश के बाद ही उस जमीन पर टैक्सटाइल इंडस्ट्री की स्थापना होगी।
उन्होंने कहा कि बिहार औद्योगक प्राधिकरण क्षेत्र में 15 करोड़ खर्च कर प्लग एंड प्ले का काम जारी है। भागलपुर में सूती मिल की भूमि पर 3.5 लाख वर्ग फीट में 80 करोड़ रुपए खर्च कर प्लग एंड प्ले का आधारभूत संरचना तैयार किया जाएगा। भागलपुर में टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में निवेश के लिए कई बड़ी कंपनियों ने प्रस्ताव दिए हैं। ऐसे में यहां उद्यमियों को जमीन उपलब्ध कराया जाएगा। मशीन इंस्टॉल करते ही उद्यमी प्रोडक्शन शुरू कर सकेंगे। केवेंटर्स एग्रो ग्रुप कहलगांव में लाजिस्टिक्स व फूड इंडस्ट्रीज में 600 करोड़ निवेश करेगी।
मंत्री ने आगे कहा कि कई स्थानों पर उद्यमियों ने बियाडा की जमीन कीमत ज्यादा होने को लेकर शिकायत किया है। बियाडा के पास फिलहाल प्रदेश में 8450.50 एकड़ जमीन है। उद्यमियों को आवंटित करने के लिए 2796.70 एकड़ जमीन अभी भी शेष है। बियाडा की जमीन लीज रेट को विभाग ने युक्तिसंगत बनाने का फैसला लिया है। किसके लिए प्रस्ताव बना कैबिनेट को भेजा जाएगा।