मेमू ट्रेनों के सुलभ रखरखाव और मरम्मत की बेहतर सुविधा के लिए बिहार के गया जंक्शन पर मेमू शेड बनाया जा रहा है। इसके लिए रेलवे लगातार काम कर रहा है और शीघ्र ही इसका निर्माण पूरा हो जाएगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित गया जंक्शन के मेमू शेड का निर्माण कोविड के कारण कुछ समय के लिए प्रभावित हुआ था। मगर अब निर्माण काम को अंतिम रूप देने के लिए कवायद तेज हो गई है।
बता दें कि तकरीबन 110 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर गया जंक्शन पर निर्माण होने वाले मेमू शेड देश में सबसे बड़ा होगा। इस शेड में एक समय में 20 डिब्बों के 30 रेक रखने की कैपिसिटी होगी। मेमू शेड में पर्यावरण की बेहतरी के मद्देनजर हरित पहल के तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और 272 kWp के सोलर यूनिट लगाए गए हैं।
इस मेमू शेड का निर्माण पूरा हो जाने के बाद गया जंक्शन इलाके के मेमू ट्रेनों के साथ ही ईस्ट सेंट्रल रेलवे डिवीजन और दूसरे जोन के मेमू ट्रेनों का आधुनिक ढंग से समुचित मेंटेनेंस किया जा सकेगा। इस मेमू शेड में काम करने के लिए लगभग 200 संबंधित विभाग के अधिकारियों में रेल कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। इसके अतिरिक्त यहां आउटसोर्सिंग के तहत कर्मियों की नियुक्ति की जा सकती है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पहला और झांजा के बाद देश का दूसरा मेमू शेड होगा। इस मेमू शेड के महत्त्व के मद्देनजर रेल बोर्ड स्तर पर इसका लोकार्पण किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त गया रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विश्वस्तरीय बनाने को लेकर काम चल रहा है। पूरी तरह से गया रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने पर तकरीबन 300 करोड़ रुपए खर्च की योजना है।