बिहार में नवंबर से 5 जिलों के सड़कों की स्थिति बेहतर करने का काम शुरू होगा। पथ निर्माण विभाग की निविदा समिति ने पिछले दिनों इन सड़कों के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी है। इसके तहत वैशाली, किशनगंज, जमुई, नालंदा और गया शामिल है। पथ निर्माण विभाग ने लगभग 67 किलोमीटर लंबी सड़क के लिए 74.62 करोड़ की मंजूरी दी है। इन सड़कों के निर्माण होने से सभी पांच जिलों में ट्रैफिक सुविधा बेहतर होगी। अगले साल तक इनमें से अधिकतर सड़कों का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।
सूत्रों के मुताबिक किशनगंज में रहमतपारा से सोंधा, चैनपुर, चोपरा, अशुरा, बोखारी, हल्दीखोरा, बिशनपुर, जिवहपुर, शितलपुर, मजकुरी, चारधरिया तक लगभग 43.95 किमी लंबाई में सड़क बन रहा है। इसकी लागत तकरीबन 143 करोड़ रुपये थी लेकिन काम में देरी से लागत बढ़ गई। फिलहाल इस सड़क निर्माण के लिए करीब 7.90 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही नालंदा में नूरसराय बाइपास रोड लगभग 3.20 किमी की लंबाई में तकरीबन 76 लाख 12 हजार करोड़ रुपये खर्च कर बनेगी। इसके साथ नूरसराय से सिलाव तक लगभग नौ किमी लंबाई में करीब 39 करोड़ खर्च कर होगा।
गया के शेरघाटी में फतेहपुर से लुटिटांड रोड लगभग 4.87 किमी लंबाई में 6 करोड़ 71 लाख की लागत से बनेगी। वहीं जमुई में जमुई पोलिटेक्निक से सिकरिया होते हुए कटौना एनएच-333 तक लगभग सात किमी लंबाई में 7 करोड़ 74 लाख की लागत से सड़क बेहतर होगी। जमुई में ही हदवरिया से चोरमारा होते हुए भीमबांध तक लगभग सात करोड़ 65 लाख रुपये खर्च कर सड़क की चौड़ाई में वृद्धि की जायेगी। इसके साथ वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन म्यूजियम एवं मेमोरियल स्तूप तक आवागमन के लिए एप्रोच रोड लगभग 4 करोड़ 86 लाख खर्च कर बनेगा।