सीएम नीतीश कुमार ने बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछाने की योजना बनाई है। 265 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च कर तीन जिलों में 11 सड़कें बनाने की योजना है। राज्य के गया, बांका और औरंगाबाद में 189.20 किलोमीटर लंबी कुल 11 सड़कें और 149.40 मीटर लंबा में एक पुल बनाने को हरी झंडी मिली है। राज्य कैबिनेट ने इसके लिए 265 करोड़ 36 लाख 16 हजार रुपए की स्वीकृति दी है। अच्छी बात यह है कि सड़क बनाने के बाद 5 वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी निर्माण करने वाली एजेंसी को ही करनी होगी।
बता दें कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 3 जिलों में 11 नई सड़के बनाई जाएगी। बीते साल अक्टूबर माह में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इसे हरी झंडी दे दी थी। सड़क बनाने वाली लागत का 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और बाकी का 40 प्रतिशत राशि बिहार सरकार वहन करेगी।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत औरंगाबाद में 5 नई सड़कें और गया और बांका जिले में तीन-तीन सड़कों का निर्माण होगा। औरंगाबाद में बनने वाली 88 किलोमीटर लंबी सड़क के लिए 99 करोड़ रुपए खर्च होंगे। गया जिले में 40 किलोमीटर लंबी सड़क पर 50 करोड़ की लागत आएगी। जबकि बांका जिले में 61 किलोमीटर लंबी सड़क में 91 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
औरंगाबाद जिले में एनएच-139, झारखंड सीमा महाराजगंज से बालूगंज-बेधनी-देव-ओरा-सोकिया-बघोई रेलवे और स्टेशन-देवहरा-बघोईगला-देवकुंड-बसातर-केयल-मेहेंदिया एनएच-98 और दाउदनगर एनएच-139 से हसपुरा तक जबकि बांका में जमदाहा-चिरैयामोड़ से जयपुर बाजार तक और महगामा से धोरैया रोड होते हुए नवादा बाजार तक सड़कों का जाल बिछेगा।