बिहार में पासपोर्ट बनाने के लिए अक्सर लोगों को दिक्कत होती है। मगर अब राज्य में पासपोर्ट बनाना पहले के मुकाबले आसान होगा। विदेश मंत्रालय के द्वारा नई पहल शुरू की गई है। बता दें कि अब पटना के पासपोर्ट सेवा केंद्र के साथ ही सुपौल और पूर्णिया के डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र में पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की सुविधा मुहैया होगी।
पीसीसी के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट को देखते हुए अपॉइंटमेंट की संख्या में लगभग चार गुना बढ़ोतरी की गई है। विदेश मंत्रालय के द्वारा 28 सितंबर से इन तीनों सेंटरों पर पीसीसी के लिए 150 एप्लीकेशन लिए जा सकेंगे। नई व्यवस्था से कम वक्त में क्लीयरेंस मिलने के वजह से पासवर्ड बनाना आसान होगा।
बता दें कि पहले केवल पटना के पासपोर्ट केंद्र में पीसीसी के लिए एप्लीकेशन लिया जाता था। वहीं, प्रतिदिन 225 लोग पीसीसी के लिए अपॉइंटमेंट लिए जाते थे। विदेश में नौकरी या पढ़ाई करने जाने वाले लोगों को पीसीसी की आवश्यकता होती है। पहले कुछ ही मुल्कों में जाने वाले लोगों को इसकी जरूरत पड़ती थी, मगर हाल में ही कई खाड़ी देशों ने इसे जरूरी कर दिया है। इस वजह से पीसीसी लेने वालों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है।
पटना स्थित पासपोर्ट सेंटर में फिलहाल पीसीसी के लिए दो माह की प्रतीक्षा सूची है। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ताविशी बहल पांडेय बताती है कि सिस्टम अपग्रेड किया गया है। पीसीसी के लिए लाइनें भी बढ़ा दी गई है। बुधवार से इन तीनों केंद्रों पर 850 आवेदन लिए जाएंगे। उन्होंने जानकारी दी कि 24 सितंबर को विभाग के द्वारा पटना में विशेष मुहिम चला गया था, इसके तहत एक ही दिन में दो हजार पीसीसी का निष्पादन किया गया था