जल्द ही बिहार के सभी जिलों में ट्रैफिक थाना खोला जाएगा। इसको लेकर कवायद शुरू हो गई है। अभी केवल 12 जिलों में ही ट्रैफिक थाने हैं। ट्रैफिक थाना खोलने को लेकर पुलिस मुख्यालय के अस्तर से कवायद शुरू हो गई है। ट्रैफिक आईजी एमआर नायक ने इस संबंध में विस्तार रूप से प्रस्ताव तैयार कर पुलिस मुख्यालय को सौंपा था जिसे मंजूरी मिल गई है। अबे गृह विभाग से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
बता दें कि बिहार में टोटल 38 जिले हैं। इसके साथ ही बगहा औल नवगछिया दो पुलिस जिले हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो 40 पुलिस जिलों में अभी तक केवल 12 जिले में ही ट्रैफिक थाने खोले गए हैं। बाकी के 28 जिलों में ट्रैफिक थाने खोलने को लेकर तैयारी चल रही है। सरकार से प्रस्ताव पर मंजूरी मिलते ही इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर पद सृजन तक की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
डीएसपी रैंक के अधिकारियों के हाथों में सभी ट्रैफिक थानों का जिम्मा सौंपा जाएगा। 18 जिलों में ट्रैफिक थाने खोलने को लेकर इसे दो हिस्सों में बांटा गया है। 165 पद सृजित करने का प्रस्ताव 23 बड़े जिला मुख्यालय वाले ट्रैफिक थानों में है। अरवल, शिवहर जैसे छोटे जिलों के लिए 84 पद स्वीकृत करने का प्रस्ताव है। इसमें डीएसपी के अलावा इन सब इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर के साथ बड़ी संख्या में सिपाही भी शामिल है।
बता दें कि प्रदेश के 12 जिलों में फिलहाल 15 ट्रैफिक थाने हैं। सबसे ज्यादा पटना जिला में तीन ट्रैफिक थाना है। पटना के सगुना मोर, बाईपास और गांधी मैदान में ट्रैफिक थाना है। दो ट्रैफिक थाना गया जिला में है। इसके साथ ही एक-एक ट्रैफिक थाना भागलपुर, दरभंगा, बेगूसराय, कटिहार, पूर्णिया, छपरा, मुंगेर, आरा, बिहारशरीफ और मुजफ्फरपुर में है।
राज्य के जिन जिलों में ट्रैफिक थाना खोलने का प्रस्ताव है उनमें खगडिय़ा, किशनगंज, जहानाबाद, शिवहर, शेखपुरा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, सिवान, सहरसा, सुपौल, रोहतास, वैशाली, मधेपुरा, अरवल, अररिया, औरंगाबाद, पूर्वी चंपारण, भभुआ, बांका, बक्सर, लखीसराय, मधुबनी, बगहा, नवगछिया, पश्चिमी चंपारण, नवादा, जमुई और गोपालगंज शामिल हैं।