लवे स्टेशनों से यात्रा करना अब यात्रियों को महंगा पड़ सकता है। राजेंद्र नगर सहित राज्य के सात पूर्व मध्य रेल के 10 रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसके चलते इन स्टेशनों से सफर करने के लिए यात्रियों की जेब ढीली करनी पड़ सकती है। पूर्व मध्य रेल के साथ स्टेशनों से यात्रा करने वाले पैसेंजर्स को किराया के साथ ही अतिरिक्त शुल्क भी चुकाने होंगे। इसे विकास शुल्क का नाम दिया गया है।
रेल मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक अतिरिक्त शुल्क के रूप में 10 से 50 रुपए तक यात्रियों को चुकाना होगा। एसी क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को 50 रुपए, शयनयान श्रेणी वाले यात्रियों को 25 रुपए जबकि द्वितीय श्रेणी में सफर करने वाले यात्रियों को 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क के रूप में चुकाना होगा। टिकट लेते समय ही यात्रियों से यह चार्ज वसूला जाएगा। प्लेटफॉर्म टिकट के लिए 10 रुपए एक्स्ट्रा देने होंगे।
जिन सात स्टेशनों को इस श्रेणी में रखा गया है उनमें राजेंद्रनगर टर्मिनल, गया, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, दरभंगा और बरौनी जंक्शन शामिल है। इंडियन रेलवे स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत इन्हें री-डेवलप करने की योजना पर काम कर रहा है। इसीलिए स्टेशन डेवलपमेंट चार्ज के रूप में यात्रियों से अतिरिक्त शुल्क मांगा जा रहा है। बिहार के सात मुख्य रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी देने की कवायद तेज हो चुकी है। बिहार के साथ ही झारखंड के धनबाद, सिंगरौली और उत्तर प्रदेश के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन को रीडेवलपमेंट की तैयारी है।