नए साल से बिहार के दो जिले खगड़िया और बेगूसराय में विद्युत आपूर्ति बेहतर हो जाएगी। जनवरी से इन दोनों जिलों में सहरसा पावरग्रिड से विद्युत आपूर्ति शुरू हो जाएगी। वहीं साल 2022 के सितंबर माह से सहरसा और मधेपुरा जिले के सभी इलाके में इसी पावरग्रिड से बिजली आपूर्ति होने की उम्मीद है। बता दें कि इन चारों जिलों में बिजली आपूर्ति करने के लिए कनेक्टिविटी लाइन जोड़ने का काम बिहार सरकार का विद्युत विभाग कर रहा है। सहरसा पावरग्रिड जिले के सिहौल गांव में स्थित है। जिले के सोनवर्षाराज और मधेपुरा के सिंहेश्वर ग्रिड को बिजली आपूर्ति हो रही है।
नेशनल ग्रिड से सहरसा पावर ग्रिड जुड़ा हुआ है। अगर बिजली बंद होगी तो दूसरी तरफ से बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। खगड़िया पावर जनरेशन के कार्यपालक अभियंता बताते हैं कि सहरसा पावर ग्रिड से 2 लाख 20 हजार वाल्ट यानी 220 केवी कनेक्टिविटी लाइन जोड़ने का काम चल रहा है। 31 दिसंबर तक कनेक्टिविटी लाइन जुड़ते ही सहरसा पावर ग्रिड से खगड़िया और बेगूसराय जिले को बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
मधेपुरा, सहरसा के अधीक्षण अभियंता पावर जेनेरेशन शिवकुमार तांती कहते हैं कि सहरसा पावरग्रिड से कनेक्टिविटी लाइन जोड़ने के लिए सहरसा, उदाकिशुनगंज और बनमनखी में बनने वाले वे का स्वायल फिलिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके बाद चारों वे के फाउंडेशन का काम होगा फिर उपकरण कमीशनिंग होगा। पटना के मेसर्स एवियन टावर को सितंबर 2022 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कार्य पुर्ण होते ही सहरसा पावरग्रिड से बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
बताते चलें कि पूर्णिया जिले के पावरग्रिड से कोसी इलाके के सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिले में बिजली आपूर्ति हो रही है। अधिकारी बताते हैं कि सहरसा पावरग्रिड से आपूर्ति होने के बाद भी पूर्णिया ग्रिड से बिजली आने का ऑप्शन अवेलेबल रहेगा। पावरग्रिड मिथिलांचल ट्रांसमिशन लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 1400 एमवीए की क्षमता वाला सहरसा उपकेंद्र उपलब्धता के अनुसार जिलों को बिजली आपूर्ति करने के लिए तैयार है।