बिहार में हो रही बालू किल्लत की समस्या अब खत्म होगी। राज्य के पटना जिला सहित आठ जिले के लगभग 150 बालू घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया पूरी हो गयी है। इन आठ जिलों में पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, रोहतास, गया, जमुई और लखीसराय जिला शामिल हैं। बिहार राज्य खनन निगम लिमिटेड द्वारा इ-नीलामी प्रक्रिया के जरिए बंदोबस्तधारियों का चयन कर लिया गया है। जिलों के पर्यावरणीय स्वीकृति प्राप्त बालू घाटों का संचालन होना है।
कागजी प्रक्रिया पूरा होते ही अगले सप्ताह से बालू खनन शुरू हो जाएगा। राज्य वासियों को उचित दर पर बालू उपलब्ध होगा। वहीं राज्य के लगभग 100 बालू घाटों की इ-नीलामी की प्रक्रिया 10 दिसंबर से शुरू होने की उम्मीद है। फिलहाल छह दिसंबर को इसका तकनीक बिड खुलेगा। बता दें कि राज्य में बंद बालू खनन की समस्या को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 10 नवंबर, 2021 को आदेश दिया था।
बिहार स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 27 नवंबर से तीन दिसंबर तक पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद ,रोहतास, जमुई और लखीसराय जिला के पर्यावरणीय स्वीकृति प्राप्त बालू घाटों के संचालन के लिए इ-नीलामी की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है। इ-नीलामी होगी उसमें उच्चतम बोली लगाने वाले को चयनित बंदोबस्तधारियों को जरूरी दस्तावेज और राशि जमा करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है।