बिहार में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए नीतीश सरकार ने बड़ी घोषणा की है। राज्य सरकार ने इंजीनियरिंग कॉलेज में सीट बढ़ाने का निर्णय लिया है। इंजीनियरिंग में छात्राओं की बढ़ती रूचि के मद्देनजर सरकार ने सभी 38 राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीटें बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इन सीटों पर कुछ नए विषय की पढ़ाई शुरू होगी। जल्द ही इस पर एकेडमिक समिति फैसला लेगी। इस प्रस्ताव पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग काम कर रहा है। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्य को 414.18 करोड़ रुपए की सौगात दी है। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है।
प्रदेश सरकार के स्तर से पॉलिटेक्निक संस्थान और इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई सुधार लाने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है। वर्तमान समय में राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में टोटल 9 हजार 150 सीटों है। इसी तरह कुछ चुनिंदा पॉलिटेक्निक कॉलेजों में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है। जैसे फूड प्रोसेसिंग सब्जेक्ट में 60-60 बढ़ाने पर मुहर लगी है। बरहाल 44 सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में टोटल 11200 सीट है।
योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि याद मुझे बेहद खुशी है कि वैशाली, पटना और नवादा में जयनारायण कर्पूरी ठाकुर के नाम से हॉस्टल बनकर तैयार है। सीएम ने कहा कि कई वर्ष पूर्व मुझे अलग-अलग जगह पर छात्रों से मुलाकात कर बात करने का अवसर मिला था। उन्होंने कहा कि मगर आने वाले समय से जल्द ही शेष हॉस्टल का निर्माण हो। वहीं अति पिछड़ा और पिछड़ा हॉस्टल के निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई। सीएम ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि शीघ्र ही इसका निर्माण पूरा हो।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टोटल 414.84 करो रुपए खर्च कर अलग-अलग योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें 341.03 करोड़ों से बने 9 अति पिछड़ा श्रेणी कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय, 59.87 खर्च कर बनने वाले अति पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास निर्माण का शिलान्यास किया।