बिहार के 9 स्टेट हाईवे और जिला सड़कों का चौड़ीकरण करने की योजना है। इसका रूपरेखा बिहार राज्य पथ विकास निगम ने तैयार कर लिया है। इन सड़कों के चौड़ीकरण के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक ने ऋण देने पर सैद्धांतिक मंजूरी भी दे दी है। 430 किलोमीटर लंबी सड़कों के लिए अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाया जाएगा, ताकि जरूरी राशि एडीबी से ली जा सके। नए सिरे से इन सड़कों के निर्माण और चौड़ीकरण होने से दर्जनों जिले के लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
निर्माण व चौड़ीकरण के लिए जिन सड़कों का चयन हुआ है, पिछले दिनों उसका ट्रैफिक सर्वे किया गया था। इसमें पाया गया कि इन सड़कों का चौड़ीकरण होना नितांत आवश्यक है। संकीर्ण होने के कारण इन सड़कों पर जाम की समस्या रह रही है। हर रोज लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है।
इसी के मद्देनजर इन सड़कों के चौड़ीकरण का फैसला निगम ने लिया है। एडीबी से सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के पश्चात इन सड़कों का डीपीआर निगम तैयार करेगा। डीपीआर में या गौर किया जाएगा कि किस सड़क को कितना चौड़ा किया जा सकता है। भूमि उपलब्ध है या नहीं, यह भी गौर किया जाएगा। आवश्यकता पड़ी तो सड़कों के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण भी किया जाएगा।
प्रदेश के जिन सड़कों का चौड़ीकरण होना है उनमें बक्सर की ब्रह्मपुर-इटरही-जलीलपुर रोड (80 किमी लंबी), गया और नवादा के रास्ते गुजरने वाली 41.6 किमी लंबी बानगंगा-जेठिया-बिंदुस रोड, सारण व सीवान के रास्ते होकर निकलने वाली छपरा-मांझी-दरौली गुठनी रोड (71.6 किमी लंबी), भोजपुर की सड़क आरा-एकौना-खैरा-सहार रोड (32.3 किमी लंबी), मुंगेर, भागलपुर व बांका होते हुए असरगंज-शंभूगंज-इंगलिश मोड़-धोरैया रोड (58 किमी लंबी), मुजफ्फरपुर में एक पुल निर्माण हथौड़ी-अतरार-औराई रोड में 0.915 किमी लंबा पुल बनना और मधुबनी जिले के 41.1 किलोमीटर लंबी मधुबनी-राजनगर-बाबूबरही-खुटौना रोड और सुपौल व अररिया से होते हुए 53.5 किलोमीटर लंबी गणपतगंज-प्रतापगंज-छातापुर-परवाहा सड़क शामिल है।