बिहार में जलमार्ग प्राधिकरण विकास योजना के अंतर्गत बिहार के जल मार्गों के विकास की कवायद शुरू की जा चुकी है। इसके मध्य नजर बिहार सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार की हर नदियों पर अब हाईटेक पीपा पुल का निर्माण किया जाएगा। निर्माण करने के साथ-साथ बिहार में जल मार्गों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी जिसके बाद व्यापार वाणिज्य का विकास तेजी से हो सकेगा। बता दें इन हाईटेक पीपा पुलों के निर्माण की जिम्मेदारी आइआइटी खडग़पुर को दी गई है और इस की टीम ने इसके लिए एक शानदार मॉडल भी तैयार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इसका निर्माण कार्य भी जल्द शुरू किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार सबसे पहले बनाए गए इस मॉडल का ट्रायल इसी महीने लिया जाएगा और सफल ट्रायल होने के बाद इसके निर्माण की कवायद शुरू हो जाएगी। जानकारी के अनुसार यहां पीपा पुल आधुनिक तकनीक से लैस होगा जो जहाजों के आने के बाद खुद-ब-खुद खुल और बंद हो जाएगा। जिसके बाद बिहार में सस्ते और सुरक्षित तरीके से माल की ढुलाई के साथ ही यात्रियों के लिए यह मार्ग आसान हो जाएगा।
इस संबंध में भारतीय जलमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष जयंत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि जल मार्गों के विकास हेतु इन पीपा पुलों का निर्माण किया जाना है। इसके साथ साथ गंगा के उत्तरी तट छपरा में अगले 2 वर्षों में शानदार बंदरगाह बनकर तैयार होगा। इस बंदरगाह के निर्माण होने के बाद जहां एक और उत्तर बिहार से नेपाल तक जहाजों का परिचालन आसान हो जाएगा वही देशी नावों के रखरखाव की भी अच्छी सुविधा उपलब्ध होने हो पाएगी। वर्तमान में आइडब्लूएआइ के पास अभी 128 जहाज उपलब्ध हैं, मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जलमार्ग प्राधिकरण 2023 तक बिहार में 25 बंदरगाहों का निर्माण करेगा जिसके लिए अतिरिक्त लगभग दो दर्जन जहाज खरीदे की जायेगी।