बिहार की बेटी ने यूपीएससी में बजाया डंका, पहले आईपीएस अब बनी आईएएस अफसर, पढ़नी चाहिए इनकी कहानी।
यूपीएससी के नतीजे जारी हो चुके हैं। एक बार फिर से बिहार के छात्र-छात्राओं ने सफलता पाकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। बिहार की दिव्या शक्ति ने दूसरे प्रयास में ही 58वीं रैंक हासिल कर युवाओं के लिए मिसाल पेश कर दी है। पहले प्रयास में यूपीएससी क्लियर करने वाली दिव्या को आईपीएस कैडर मिला था। फिलहाल हैदराबाद में ट्रेनिंग भी कर रही है इसी दौरान उन्होंने तैयारी करना जारी रखा और जब नतीजे आए तो उन्हें ऑल इंडिया 58वीं रैंक मिला। दिव्या के इस सफलता से हर कोई खुश है।
दिव्या की चाहत थी कि वह आईएस अफसर बन कर आम लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिला सके। लिहाजा उन्होंने आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान ही यूपीएससी की तैयारी जारी रखी। दिव्या को मिली कामयाबी से परिवार और पूरा गांव खुशी से गदगद हैं।
दिव्या के पिता बेतिया मेडिकल कॉलेज से सेवानिवृत्त हो चुके हैं फिलहाल मुजफ्फरपुर ही रहना-सहना हो रहा है। दिव्या ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। दो साल तक प्राइवेट सेक्टर में जॉब भी की लेकिन चाहत आईएएस बनने की थी और आखिरकार उन्होंने अपना सपना हकीकत में बदल दिया।
दिव्या कहती है कि हर बच्चे का एक लक्ष होता है और वह उसे हासिल करना चाहता है। इसी तरह मुझे आईएएस अफसर बनना था। सभी अपने लिए ड्रीम देखते हैं और यह मेरे मां-पापा ही थे जिन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया और इसके महत्व और लाभ के बारे में बताया था। मुझे यह सच में अच्छा लगता है कि मैं अपने देश के लिए कुछ करना चाहती हूं। आईपीएस कैडर मिलने के बाद भी दिव्या अपने गांव आकर लोगों से आशीर्वाद और प्रेम प्राप्त की थी। दिव्या आगे कहती है कि गांव की मिट्टी से आत्मीय लगाव का ही नतीजा है कि इतनी बड़ी सफलता हासिल हुई।