बिहार की विलक्षण प्रतिभा की धनी नन्ही सी प्रिशा सिंह ने एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है।
मेहनत, लगन और निरंतरता से कोई भी काम नामुमकिन नहीं है। बिहार के मुजफ्फरपुर के कुरहनी क्षेत्र की एक 7 साल की नन्ही बच्ची प्रिशा सिंह ने यह साबित कर दिया है। प्रिशा की स्मृति बहुत तेज है। वह किसी भी विषय की जानकारी बहुत जल्द हासिल कर लेती है और साथ ही प्रश्न पूछने पर उस विषय पर बखूबी उत्तर देती है।
आपको बता दें कि प्रिशा के पिता प्रशांत सिंह पेशे से एक सोर्सिंग स्पेशियलिस्ट है तो वहीं माँ नेहा सिंह एक इंजीनियर है। जो नौकरी के सिलसिले में बैंगलुरू में प्रिशा के साथ रह रहे है। प्रिशा भी बैंगलुरू में ही स्टेला मॉरिस स्कूल में पढ़ाई कर रही है।
7 साल की वर्ग 2 की छात्रा प्रिशा सिंह मात्र 8 मिनट में 190 देशों मुद्रा के नाम उन्हें कंठस्थ याद है। साथ ही उसे भूगोल में बहुत ज्यादा रुचि है। भूगोल की बात करें तो भारत के पूरे जियोग्राफी को प्रिशा अच्छी तरह जानती है । सभी राज्य की राजधानी, वहाँ के मुख्यमंत्री, गवर्नर उस क्षेत्र में किस चीज की अच्छी पैदावार होती है यह सभी जानकारी 7 वर्षों की प्रिशा के पास है।
प्रिशा को भूगोल के साथ ही इतिहास में भी बहुत रुचि है। इतिहास में वीर शिवाजी से लेकर रजिया सुल्तान, देवी अहिल्याबाई इन सभी के इतिहास को प्रिशा ने अपनी स्मृति में बख़ूबी याद कर रखा है। इन विषयों में कभी भी कोई प्रश्न पूछने पर काफी सटीक जवाब प्रिशा के पास होता है।
साथ ही आपको बता दें कि प्रिशा एक बहुत अच्छी बैडमिंटन प्लेयर भी है। इन सभी चीजों को लेकर प्रिशा अपने विद्यालय में शिक्षकों के बीच काफी चहेती भी है। इन सभी उपलब्धियों के लिए उनको अलग-अलग मंच पर तीन साल के उम्र से बहुत से अवॉर्ड्स मिलते आ रहे है।