बिहार में ग्रेजुएट पास पौने दो लाख छात्राओं को प्रोत्साहन राशि देने पर तेजी से काम चल रहा है। सभी कुलपतियों को शिक्षा विभाग में लेटर लिखकर लाभुक विद्यार्थियों के पेंडिंग एप्लीकेशन को वेबसाइट पर अपलोड कराने के लिए जरूरी तकनीकी तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। विभागीय स्तर से इस बारे में पहले ही ट्रेनिंग कार्यशाला करवाई जा चुकी है। बता दें कि पोर्टल पर आवेदन के सत्यापन होने के बाद लाभुकों के बैंक अकाउंट में प्रोत्साहन राशि के तौर पर 50-50 हजार रुपए डीबीटी के जरिए भेजी जाएगी।
शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी कर कहा है कि प्रदेश के यूनिवर्सिटीज में पौने दो लाख छात्राओं का आवेदन जांच हेतु पेंडिंग है। यह मामला गंभीर है। एकेडमिक सेशन 2015-18 एवं 2016-19 तथा 2017-20 में ग्रेजुएट पास छात्राओं के आवेदनों के सत्यापन नहीं होने के वजह से राशि नहीं मिली है। शिक्षा विभाग के संबंध में कई दफा की कुलपतियों को आदेश दिया है।
हर विश्वविद्यालय के स्तर पर एप्लीकेशनों का सत्यापन होने पर लाभुक छात्राओं को राशि का भुगतान हो सकेगा। सेशन 2020-21 और 2021-22 बैच की ग्रेजुएट पास करने वाली छात्राओं के एप्लीकेशन अब पोर्टल पर अपलोड होंगे, ताकि ससमय आवेदनों का सत्यापन हो सके और प्रोत्साहन राशि लाभुकों को भेजी जा सके। पोर्टल पर आवेदन 7 जुलाई से अपलोड होगा। गलत नाम से एप्लीकेशन पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पाएगा। आवेदन के दौरान ही आवेदक का नाम, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के साथ ही किस विषय के लिए मान्यता मिली है, उसकी जांच होगी।