बिहार का दार्जिलिंग किशनगंज का ठाकुरगंज ब्लॉक औद्योगिक हब बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक 108 करोड़ की राशि खर्च कर ठाकुरगंज ब्लॉक के गलगलिया में रीगल रिसोर्सेस प्राईवेट लिमिटेड रोजाना 300 टन मक्के से फाइबर, स्टार्च, जर्म और ग्लोटिन का निर्माण कर रही है। रोजाना 600 टन उत्पादन कैपेसिटी करने के लिए 67 करोड़ इन्वेस्ट किया जा रहा है जिससे यहां 500 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने यह बातें बुधवार को फ्लाई ऐश फैक्ट्री फिदरलाईट बिल्डकान प्रा. लिमिटेड के मीटिंग हाल में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा। मीडिया से बातचीत करने से पहले शाहनवाज हुसैन ने फ्लाई ऐश ब्रिक्स की फिदरलाइट बिल्डकान प्रा. लिमिटेड कंपनी और मक्के की रीगल रिसोर्सेस प्राईवेट लिमिटेड का स्थलीय मुआयना किया और बारीकी से उत्पादन की हर एक्टिविटीज को देखा।
आज किशनगंज के गलगलिया में मक्का से स्टार्च बनाने की रीगल रिसोर्सेज की फैक्ट्री का निरीक्षण किया।
बिहार के अन्य जिलों की तरह किशनगंज में भी 2377.90 Cr. के निवेश प्रस्ताव मिले हैं और कई उद्योगों की स्थापना शुरू हो गई है।
उद्योग के क्षेत्र में बिहार तेजी से अपनी पहचान बना रहा है। pic.twitter.com/X2fZpqv2CY
— Syed Shahnawaz Hussain (@ShahnawazBJP) May 18, 2022
उद्योग मंत्री ने कहा कि ठाकुरगंज में चल रहा यह फैक्ट्री बिहार का इकलौता फैक्ट्री है। इन दोनों प्लांट के शुरू होने से लगभग 700 लोगों को रोजगार मिल रहा है। इसके साथ ही इस इलाके में उद्योग मंत्रालय के द्वारा 173 करोड़ की राशि खर्च कर अनमोल बिस्कुट फैक्ट्री निर्माण को हरी झंडी दी गई है, जिसका काम जोरों शोरों से चल रहा है जो अगले साल 2023 तक पूरा हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि फैक्ट्री का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। इससे राज्य के लगभग के 900 लोगों को रोजगार उपलब्ध होंगे। यहां 444 फैक्ट्री पहले से ही चल रही है जिसमें बड़ी तादाद में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों को फायदा मिलता है। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि किशनगंज जिले के अलग-अलग इलाकों में ढाई हजार करोड़ के उद्योग स्थापित करने का प्रस्ताव मंत्रालय को मिला है। प्रस्ताव में एथेनॉल फैक्ट्री, प्रोसेसिंग प्लांट और लेदर पार्क बनाने की बात सामने आई है।