बिहार का भागलपुर जिला राष्ट्रीय राजमार्ग का जंक्शन बनता जा रहा है। पूर्वी बिहार से गुजरने वाली कई नेशनल हाईवे की सड़कें भागलपुर में आकर मिल रही हैं। भागलपुर से देश के किसी भी हिस्से में आने-जाने में सुलभता होगी। फिलहाल भागलपुर से दो नेशनल हाईवे गुजरता है, आने वाले समय में चार और एनएच यहां से गुजरेगा। एनएच अभियंताओं के अनुसार, संभवत: भागलपुर बिहार का पहला जिला होगा, जहां से 5 साल बाद लगभग छह नेशनल हाईवे गुजरेंगे। बता दें कि केंद्र सरकार की दो मुख्य सड़क योजनाएं भागलपुर के रास्ते होकर गुजर रही हैं।
बता दें कि शीघ्र ही ग्रीनफील्ड कोइरौना के तहत मुंगेर से मिर्जाचौकी तक सड़क का निर्माण शुरू होगा। बनने वाली फोरलेन को नेशनल हाईवे 333ए का दर्जा दिया गया है। यह रोड मोकामा-बेगूसराय एनएच 31 से कटकर मुंगेर पुल होते हुए भागलपुर होकर झारखंड व बंगाल की ओर जाएगी। फुलौत में कोसी नदी के ऊपर पुल निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा। इसके एप्रोच सड़क से एनएच-31 के बिहपुर से एक सड़क पुल के रास्ते वीरपुर (सुपौल) तक जाएगी। इसको एनएच 106 के नाम से जाना जाएगा।
झारंखड व बंगाल से भागलपुर को जोड़ने वाले 63 किलोमीटर भागलपुर-ढ़ाकामोड़-भलजोर (हंसडीहा) एनएच-133ई को चौड़ीकरण करना है। 652 करोड़ की राशि खर्च कर 10 मीटर चौड़ीकरण रोड के लिए 35 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का काम हो चुका है। वहीं, राज्य का तीसरा एक्सप्रेस-वे बक्सर भागलपुर एक्सप्रेस-वे है। यह बक्सर से भागलपुर तक बनेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भागलपुर से जोड़ने वाली सड़क 350 किलोमीटर लंबी होगी।
आसाम तक जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग-31 खगड़िया के महेशखूंट से सहरसा की ओर कट गया है। इसे एनएच-107 के नाम से जाना जाता है लेकिन फुलौत पुल निर्माण के बाद यह मधेपुरा में 106 से जुड़कर डायरेक्ट भागलपुर में जुड़ जाएगा। वहीं, विक्रमशिला सेतु के समानांतर बन रहे फोरलेन पुल नवगछिया के एनएच-31 और भागलपुर के एनएच 80 से जुड़ेगा एनएच 131 बी के नाम से जाना जाएगा।