इलेक्ट्रिक इंजन के सहयोग से ट्रेनों का परिचालन रक्सौल से नरकटियागंज के बीच शुरू हो गया है। इलेक्ट्रिक ट्रेन से चलने वाली पहली ट्रेन बुधवार को देर शाम रक्सौल से 5:33 बजे इंपटी पीओएच स्पेशल को लेकर समस्तीपुर डिवीजन का इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव रक्सौल से खुला। सीआरएस निरीक्षण के बाद रक्सौल से पाली ट्रेन इलेक्ट्रिक इंजन के साथ रवाना हुई।
सीआरएस निरीक्षण के दौरान सामने आई खामियां को दूर करने के लिए पूर्व मध्य रेलवे निर्माण विभाग की ओर से पूर्ण विद्युतीकरण वाली लाइन समस्तीपुर रेल डिवीजन को सुपुर्द कर दिया गया है। इस लाइन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन के शुरू हो जाने के पश्चात पश्चिमी और पूर्वी दोनों चंपारण ग्रीन जोन में मिल गया है।
बता दें कि रक्सौल से नरकटियागंज के बीच इलेक्ट्रीफाइड केवल 42 किलोमीटर रेलवे लाइन नहीं थी, अब इसे पूर्ण कर लिया गया है। पूर्व मध्य रेलवे के निर्माण विभाग पटना के अधीन काम करने वाली जयमंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी बेगूसराय के द्वारा इस लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा किया गया है। आगामी दिनों में इस खंड पर डेमू रैक के बजाय अब मेमू रैक इलेक्ट्रिक ट्रेनों का परिचालन होगा। यात्रियों को काफी सुविधा होगी। बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में जगह उपलब्ध रहेगा और ट्रेन की स्पीड भी बढ़ेगी।
मिली जानकारी के मुताबिक अगले योजना के तहत राजधानी दिल्ली के लिए गुवाहाटी से नई इलेक्ट्रिकफाइड रुट मिल गई है। इस रूट पर कई सुपरफास्ट ट्रेनों का परिचालन करने की योजना बन रही है। पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर डिवीजन के सीनियर डीसीएम ने जानकारी दी कि विद्युतीकरण रूट होने से यात्रियों को सुविधा में इजाफा होगा।