बिहार के महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं में से एक औरंगाबाद से वाराणसी सिक्स लेन सड़क का निर्माण कार्य अगले महीने शुरू होने की संभावना है. इस 192 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना को 2023 में शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में यह जिटी रोड राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 (एनएच-2) हैं निर्माण के उपरांत इसे एनएच-19 किया गया है.
इस फोरलेन सड़क योजना के पूरा होने के बाद पटना और वाराणसी के बीच आवागमन के लिए एक बेहतर वैकल्पिक मार्ग होगा. इस बहुप्रतीक्षित सड़क योजना के तहत सड़क का निर्माण कार्य करीब 10 साल पहले शुरू हुआ था, परंतु जमीन अधिग्रहण और अन्य संबंधित समस्याओं के कारण अब तक पूरा नहीं किया जा सका है.
इस परियोजना को लेकर पिछले दिनों राजधानी दिल्ली में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के वरिष्ठ अधिकारियों और परियोजना पर कार्य करने वाली कंपनी सोमा-रोडिस के बीच बैठक हुई. इस बैठक में सभी समस्याओं का निराकरण कर एनएचएआई ने फिर से काम शुरू करने की जिम्मेदारी सोमा-रोडिस को ही सौंपी है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार औरंगाबाद से वाराणसी के बीच इस सड़क परियोजना में भूमि अधिग्रहण सबसे बड़ी समस्या थी. अब तक लगभग 95 फीसदी जमीन अधिग्रहित कर परियोजना पर काम कर रही कंपनी को जमीन उपलब्ध करा दी गई है.
पटना और वाराणसी के बीच इस 192 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना करीब 135 किमी का हिस्सा बिहार और 57 किमी उत्तर प्रदेश में है. 2011 में इस सड़क परियोजना के निर्माण पर करीब 2848 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया था. इस सड़क परियोजना में देरी होने के कारण लागत बढ़ने की संभावना है.