राजनीतिक पार्टियों और दुकानदार लगातार विरोध कर रहे थे इसके बावजूद भी बिहार शरीफ में फ्लाईओवर निर्माण होना फिक्स है। एनआईटी की टीम ने 4 दिनों पहले ही सरकार को रिपोर्ट दी थी जिसमें शहर के लिए फ्लाईओवर का निर्माण अति आवश्यक बताया था।
रिपोर्ट में कहा गया था कि वाहनों का जो आकलन किया गया है उसे जाहिर होता है कि किसी भी सूरत में फ्लाईओवर निर्माण को टाला नहीं जा सकता है। टोटल 35,000 से भी ज्यादा गाड़ियां 24 घंटे में भरावपर से होकर गुजरती है। ऐसे में फ्लाईओवर का निर्माण हो जाता है तो शहर को जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
बता दें कि फ्लाईओवर के निर्माण में टोटल 71.64 करोड़ रुपए की लागत आएगी। फ्लाईओवर का निर्माण सरकारी बस पड़ाव से गगनदीवान तक होना है। 1.5 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर होगा जिसमें 53 पिलर होगा। एक पिलर के बीच 25 मीटर का डिस्टेंस होगा। फ्लाईओवर का निर्माण कार्य नवंबर 2023 तक पूरा कर लेना है। सरकारी बस पड़ाव से 125 मीटर और सोगरा कॉलेज से 220 मीटर की दूरी है।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में पुस्तकालय का निर्माण भी शुरू हो गया है। 9 करोड़ की राशि खर्च कर पुस्तकालय का लूक बदला जाना है। डिजिटल इंडिया की पुस्तकालय में झलक होगी। इसका निर्माण जुलाई 2023 तक पूरा कर लेना है। पुस्तकालय चार फ्लोर वाला होगा और इसमें वाई-फाई की सुविधा होगी। पुस्तकालय पूरी तरह से वातानुकूलित होगा।
बिहारशरीफ शहर को जल निकासी की समस्या से मुक्ति करने के लिए ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने में 297 करोड़ की राशि खर्च की जानी है। इसके निर्माण हो जाने से टोटल 30 वार्ड के लोगों को लाभ मिलेगा। उम्मीद है कि इसी महीने के अंतिम सप्ताह शुरू हो जाएगा। 2023 के अक्टूबर महीने तक नाले का निर्माण कार्य पूरा कर लेना है। नाला 110 किलोमीटर लंबा फैला होगा और 30 वार्ड के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। स्मार्ट सिटी एजेंसी को निर्माण कार्य का जिम्मा सौंपा गया है।