नवादा घाट और खरैता घाट के बीच बागमती नदी पर पुल निर्माण काम जोरों-शोरों से चल रहा है। विभाग की तरफ से पुल के पहुंच पथ को लेकर जमीन अधिग्रहण किया जाना है। इसी को देखते हुए पुल निर्माण विभाग के अधिकारियों और सीओ के साथ किसानों की एक बैठक बुलाई गई। बैठक में राजस्व अधिकारी प्रज्ञा नयन, सीओ भरत भूषण सिंह, विभागीय जी सुनील कुमार और विश्वास कुमार आदि उपस्थित थे।
किसानों को सीओ ने कहा कि जिन किसानों की जमीन एप्रोच पथ, गाइड बांध आदि में अधिग्रहण होना है, सभी किसान अपने जमीन के दस्तावेज अपडेट कर लें। ताकि सही समय पर जमीन के मालिक को उचित मुआवजा मिल सके। सीओ ने कहा कि भूमि अधिग्रहण पर दावा आपत्ति का भी समय दिया जाएगा। दावा आपत्ति के पश्चात ही सभी किसानों की अंतिम सूची जिला को सौंपी जाएगी। इसके बाद किसानों को भूमि अधिग्रहण मुआवजा राशि दी जाएगी।
वहीं, दूसरी ओर एप्रोच पथ के रास्ते आने वाले तीन मकानों को ध्वस्त कर दिया गया है। सीओ अंशु प्रसून ने बताया कि मकान मालिकों को पहले ही नोटिस किया गया था। प्रशासन ने सुल्तानगंज महासेतु के एप्रोच पथ के रास्ते में आने वाले 3 व्यक्तियों के मकान को विधिवत रूप से ध्वस्त कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि जो मकान ही रास्ते में है, उन्हें नोटिस किया जाएगा सभी प्रक्रिया पूर्ण होते ही उसे भी हटा दिया जाएगा। मकान ध्वस्त करने के बाद पुल निर्माण में जुटी कंपनी एसपी सिंगला के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आलोक कुमार झा को निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।