आने वाले समय में बिहार को तीसरे एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने जा रही है। केंद्र सरकार को बिहार सरकार ने इसका प्रस्ताव भेजा है। केंद्र से हरी झंडी मिलते ही इसकी कवायद तेज हो जाएगी। उत्तर प्रदेश के सीमा से सटे बक्सर से भागलपुर तक नया एक्सप्रेस-वे का निर्माण होने जा रहा है। इसी साल निर्माण शुरू हो जाएगा। बता दें कि भारतमाला परियोजना के तहत एक्सप्रेस-वे बनाने का सिलसिला जारी है। केंद्रीय परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने नई सड़क बनाने के लिए बिहार सरकार से प्रस्ताव मांगा था।
बिहार का तीसरा एक्सप्रेसवे बक्सर से भागलपुर तक बनेगा। 350 किलोमीटर लंबी यह सड़क फोरलेन एक्सप्रेसवे होगी। सड़क का पूरा हिस्सा ग्रीन फील्ड होगा यानी नए सिरे से सड़क बनाई जाएगी। प्रोजेक्ट का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो गया है। हालांकि यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि राज्य के किन जिलों से होकर यह एक्सप्रेसवे गुजरेगी।
बता दें कि भागलपुर का भागलपुर का सिल्क उद्योग की मांग पूरे विश्व है। ऐसे में भागलपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जोड़ दिया जाता है तो अन्य राज्यों के साथ ही दूसरे देशों में आसानी से पहुंच सकता है। भागलपुर के सिल्क उद्योग को नया आयाम मिलेगा और लोगों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार और बिहार सरकार दोनों मिलकर सड़क निर्माण पर राशि खर्च करेगी। अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस वे को बनाने में कितने की लागत आएगी। डीपीआर तैयार हो चुका है लेकिन जमीन अधिग्रहण का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। निविदा निकलने के बाद ही भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होने की उम्मीद है।