पटना सिटी के चार प्रमुख रेलवे स्टेशनों से बैरिया स्थित पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के लिए बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा। आगामी दिनों में मुख्य जगहों से बस से टर्मिनल के लिए स्थाई रूप से संचालन होगा। बस स्टैंड में बाहर के बसों की इंट्री ना हो, इसके लिए सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। पाटलिपुत्र बस टर्मिनल बैरिया की कार्यकारिणी समिति की बैठक सोमवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अगुवाई में समाहरणालय सभागार में संपन्न हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया।
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने पदाधिकारियों को आदेश दिया कि शहर के चार प्रमुख रेलवे स्टेशन दानापुर, पटना जंक्शन , पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन, एवं राजेंद्र नगर टर्मिनल से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल बैरिया तक रिंग सर्विस की अतिरिक्त बसों की सेवा शुरू की जाएं।
जिलाधिकारी पटना द्वारा पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल की कार्यकारिणी समिति की बैठक की गई।@IPRD_Bihar pic.twitter.com/q9OMcCt1dd
— District Administration Patna (@dm_patna) March 22, 2022
यात्रियों को किसी तरह की असुविधा ना हो इसके लिए डीएम ने निर्देश दिया कि रेलवे स्टेशन से नियमित अंतराल यानी 10 मिनट, 20 मिनट और 30 मिनट पर बसों का परिचालन हो। उन्होंने सुरक्षा के लिहाज से चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही। इसके लिए प्रतिनियुक्त सुरक्षाकर्मी तथा मजिस्ट्रेट को एक्टिव होकर टर्मिनल का सुचारू रुप से संचालन एवं नियमित मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया।
डीएम ने बस टर्मिनल से परिचालित होने वाली बसों के मालिक, कंडक्टर, ड्राइवर, एजेंट एवं खलासी का आईकार्ड बनाने का आदेश दिया। बस मालिकों का कहना था कि टर्मिनल में अलग से भी लोग एंट्री कर रहे हैं, जिससे वहां के सुरक्षा व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इस को देखते हुए डीएम ने बहाल सिटी मैनेजर को साफ तौर पर कहा कि सभी बसों मालिकों से उनके स्टाफ की लिस्ट मांग लें।
प्रशासन अपनी ओर से उनके लिए पहचान पत्र यानी आई कार्ड जारी करें। बस संचालन के लिए आई कार्ड होना अनिवार्य होगा। डीएम ने कहा कि औचक निरीक्षण करने पर बिना पास के पकड़े जाने पर कार्रवाई भी किया जाए। उन्होंने डीटीओ को निर्देश देते हुए कहा कि औचक निरीक्षण कर देंखे कि बस टर्मिनल में एक दिन से ज्यादा कौन-कौन से गाड़ी पार्किंग में खड़े हैं, उनके विरूद्ध कार्रवाई करें।
बैरिया बस टर्मिनल पर गाड़ियों का संचालन शुरू होने के बाद से अधिक मात्रा में भीड़ लगनी भी शुरू हो गई। यात्री के रूप में खासकर महिला पुरुष के अलावा बच्चे भी रहते हैं। बस मालिकों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर प्राथमिक इलाज के लिए नजदीक में कोई अस्पताल नहीं है। इसी को देखते हुए डीएम चंद्रशेखर सिंह ने टर्मिनल कैंपस में एक स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजने का आश्वासन दिया। डीएम ने कहा कि अस्पताल संचालित करने के लिए विभाग के वरीय आला अधिकारियों से बात करेंगे।