पूर्व मध्य रेलवे (पूमरे) के तहत पाटलिपुत्र जंक्शन और पहलेजा घाट के बीच ट्रैक दोहरीकरण व गैर-इंटरलॉकिंग का कार्य पूर्ण हो गया है। पैसेंजर ट्रेन चलाने से पहले रेलवे ने मुआयना करने के लिए पूर्वी सर्कल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त से संपर्क साधा है। इस महीने के अंत तक सीआरएस निरीक्षण कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि पाटलिपुत्र जंक्शन और पहलेजा घाट के बीच लगभग 11.50 किलोमीटर लंबे ट्रैक दोहरीकरण का काम पूरा किया है। फरवरी माह तक यात्री ट्रेनों के लिए खोलने का समय निर्धारित की गई थी।
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने जानकारी दी कि रेलवे बोर्ड ने 2016-17 के वित्तीय साल के समय पहलेजा घाट और पाटलिपुत्र जंक्शन के बीच ट्रैक दोहरीकरण काम के लिए 159 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी। उन्होंने बताया कि राज्य के दक्षिणी और उत्तरी इलाकों को डायरेक्ट जोड़ने वाले पाटलिपुत्र सोनपुर स्टेशनों के बीच ट्रैक दोहरीकरण, सिग्नलिंग और विद्युतीकरण काम के लिए रेल-सह-सड़क पुल पर 3523.03 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि रेल पुल परमानंदपुर को सोनपुर और छपरा को हाजीपुर से संपर्क स्थापित करता है,जोड़ता है, जो रेल पुल के दक्षिण और उत्तरी दोनोें और के लोगों को सबसे ज्यादा लाभ मिलता है। उन्होंने बताया कि मोकामा के रास्ते माल की खेप को उत्तर बिहार के हिस्से में नहीं ले जाएगा। इसके अलावा, पटना-सोनपुर रेल पुल यात्री और मालवाहक दोनों ट्रेनों के परिचालन का दूसरा विकल्प बन गया है।