घोरघाट पुल का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मजदूर दिन-रात पुल के निर्माण कार्य में लगे हुए हैं। साल के शुरुआत यानी जनवरी में ही बनकर तैयार हो जाएगा। लंबे अरसे पुल की निर्माण प्रक्रिया ठप थी लेकिन पूर्ण निर्माण निगम को काम मिलते ही निर्माण प्रक्रिया में तेजी आई है। एनएच विभाग के फंडिंग से पुल निर्माण निगम आधे अधूरे काम को पूरा कर रही है। ब्रिज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने आधा काम कर कर छोड़ दिया था।
इस पुल के बनने से पटना से भागलपुर का सफर और भी आसान हो जाएगा। पुल बनने से दूरी घटेगी वहीं समय की भी बचत होगी। बता दें कि पुराने बेली ब्रिज के कमजोर रहने और नये पुल के नहीं बनने से बड़ी गाड़िया भागलपुर-पटना के बीच दोनों दिशाओं में अकबरनगर-असरगंज तारापुर-लखीसराय होकर लोगों को गुजरना पड़ता है। फिलहाल इस रूट पर भागलपुर से पटना के बीच आवागमन बंद है। 11 करोड़ रुपए की लागत से अधूरे पुल को पूरा करने का काम हो रहा है। एजेंसी पुल के साथ अप्रोच रोड को भी तैयार करना है। पुल निर्माण में हो रही भूमि अधिकरण की समस्या भी खत्म हो गई है।
बता दें कि 25 अप्रैल 2012 में ही पुल निर्माण शुरू हुआ था। 7.61 करोड़ रुपए की लागत से चड्ढा एंड चड्ढा कंपनी को पुल बनाने का टेंडर मिला। पुल को अक्टूबर 2013 में ही बना कर तैयार करना था। 5029 करो रुपए इमेज विभाग द्वारा खर्च करने के बाद भी तीन स्पेन तैयार नहीं हो सके। पुल का निर्माण अधूरा ही रह गया एजेंसी से ठेका छीन कर पुल निर्माण निगम को निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जो जनवरी महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।