बिहार के लोगों के लिए बक्सर-गाजीपुर होते हुए बनारस जाना होगा बेहद आसान. पटना से बनारस जाने के लिए फोरलेन हाईवे होगा इसके निर्माण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एचईसी लिमिटेड एजेंसी को डीपीआर का काम सौंपा है। एनएचएआई ने बक्सर से गंगा पार कर नए एलाइनमेंट पर भरौली, हैदरिया, मोहम्मदाबाद, गाजीपुर, चौबेपुर होते हुए बनारस तक जाने के लिए 120 किलोमीटर लंबी नई ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क बनाने को मंजूरी दी है। इस हाईवे के बन जाने से अभी के मुकाबले पटना से बनारस जाने आधा वक्त लगेगा।
नए हाईवे से बनारस जाने में दूरी कुछ खास फर्क नहीं आएगा, अभी पटना से बनारस की 255 किमी की दूरी पर है, जबकि नए रूट बक्सर-गाजीपुर के रास्ते 245 किमी पड़ेगा। लेकिन हाईवे पर गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होने की वजह से यात्रा का समय घटकर लगभग आधा हो जाएगा. मौजूदा समय में बनारस जाने 7 घंटे लगते है पर अनुमान जताया जा रहा है कि नए हाईवे से होते हुए पटना से बनारस जाने में 3 घंटे का वक्त लगेगा।
पटना-बक्सर एलाइनमेंट पर अभी 4 लेन हाईवे निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है. उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के उत्तरी भाग में 4 लेन हाईवे के निर्माण कर बाद बनारस जाना आसान होगा. यही नहीं छपरा-बनारस वाया बलिया, भरौली, गाजीपुर राजमार्ग से उत्तर बिहार के लगों के लिए भी बनारस जाना आसान होगा.
पटना से दिल्ली जाने के लिए भी 4/6 लेन हाईवे होगी लखनऊ से गाजीपुर तक बन रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भी बक्सर से जोड़ा जा रहा है. इसके बाद पटना से दिल्ली जाना और भी आसान हो जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार 8 पैकेज में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कर रही है जो लखनऊ के चांदसराय से गाजीपुर के हैदरिया (बक्सर-मोहम्मदाबाद) तक बन रहा है।
हैदरिया से भरौली की दूरी मात्र 18 किलोमीटर है. हैदरिया भरौली के बीच हाइवे बन जाने से बक्सर से पूर्वांचल एक्सप्रेस जुड़ जाएगा. इसएलाइनमेंट का डीपीआर बनाने का काम वोयांट एजेंसी कर रही है। इसके बन जाने के बाद पटना-आरा-बक्सर-भरौली-हैदरिया होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिये लखनऊ-आगरा-नोएडा जाना आसान होगा.