यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को पटना की सीधी कनेक्टिविटी प्रदान हो गई है। इसका लाभ होगा कि राजधानी पटना से लखनऊ होते हुए दिल्ली जाने में कम समय लगेगा। भारत सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 17 किलोमीटर लंबे बक्सर तक मंजूरी दी है। इस सड़क का निर्माण फोरलेन में होगा और यह पूरी तरह ग्रीन फील्ड होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मामले के मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर इस परियोजना की मंजूरी के संबंध में जानकारी दी।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का बक्सर लिंक कलीमउद्दीन नगर से शुरू होकर बक्सर के गंगा पार भरौली के बीच होगा। टोटल 17 किमी सड़क फोर लेन में बनेगी। भरौली से बक्सर तक पूर्व से गंगा पर एक पुल बना है और एक नए पुल का निर्माण जारी है। इसे पूर्वांचल एक्सप्रेस को बक्सर की डायरेक्ट कनेक्टिविटी मिल रही। भरौली के बाद गंगा पुल होते इ बक्सर पहुंचने के पश्चात पटना को बक्सर-पटना चार लेन के जरिए पूर्वांचल एक्सप्रेस से डायरेक्ट कनेक्टिविटी मिल रही। बक्सर-पटना चार लेन सड़क आरा के रास्ते हुए नए एलायनमेंट के साथ पटना आ रही। इसका निर्माण जारी है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बक्सर से संपर्कता प्रदान करने पर 618 करोड़ की लागत आएगी। जल्द ही इस परियोजना का काम शुरू होगा। दो सालों के अंदर इसका निर्माण पूर्ण हो जाएगा। जानकारी हो कि इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के गाजीपुर-बलिया मांझी घाट एवन बक्सर लिंक को चार पैकेज में ग्रीन फील्ड फोर लेन बनाने का काम जारी है।
इस परियोजना के संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक 17 किलोमीटर ग्रीन फील्ड हिस्से हेतु भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। पटना से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की संपकर्ता में सबसे बड़ा पेंच दानापुर से बिहटा के बीच है। बक्सर से बिहटा के बीच फोरलेन का काम तेजी से जारी है। कोईलवर के नजदीक सोन नदी पर नया छह लेन पुल बन गया है।