पटना-गया-डोभी चारलेन सड़क निर्माण की बड़ी रुकावट अब दूर हो गई है। निर्माणाधीन नेशनल हाईवे-83 पर पांच स्थानों पर रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने मुहर लगा दी है। पटना उच्च न्यायालय में सुनवाई के दरमियान पूर्व मध्य रेलवे के जनरल मैनेजर ने जानकारी दी कि इस चार लेन पर प्रस्तावित सभी पांच रेल और ब्रिज निर्माण को रेलवे ने स्वीकृति दे दी है। बता दें कि रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। फिलहाल निविदा की प्रक्रिया प्रारंभ की जानी है। एजेंसी का चयन हो जाने के बाद वर्क आर्डर भी जारी कर दिया जाएगा। हालांकि पांच रेलवे ब्रिज का निर्माण कितने वक्त में पूरा किया जाएगा विभाग ने इस बाबत जानकारी साझा नहीं किया।
पटना हाईकोर्ट ने नेशनल हाईवे-83 के निर्माण में हो रही समस्याओं एवं धीमी काम के मुआयना के लिए तीन वकीलों की टीम गठित की है। इन अधिवक्ताओं में आलोक कुमार राही, प्रियरंजन और याचिकाकर्ता के वकील मनीष गुप्ता शामिल है। बता दें कि पटना उच्च न्यायालय में प्रतिज्ञा संस्था ने नेशनल हाईवे-83 निर्माण को शीघ्र पूरा करवाने हेतु याचिका दाखिल की थी। मामले की सुनवाई न्यायाधीश एस कुमार और मुख्य न्यायाधीश संजय करोल की खंडपीठ ने की है।
पटना उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है कि जहानाबाद और पटना के डीएम, एसपी और संबंधित भू अर्जन पदाधिकारी अधिवक्ताओं की टीम के साथ बन रहे नेशनल हाईवे का मुआयना करें। अगली सुनवाई इस मामले की 30 जून को होनी है। इस तारीख को टीम अपनी रिपोर्ट न्यायालय को सौंपगी। राज्य सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि वह नेशनल हाईवे निर्माण में हर स्तर पर मदद के लिए तैयार है।
बताते चलें कि 930 करोड़ रुपए के लागत से पटना-गया-डोभी चार लेन सड़क का काम हो रहा है। दो पैकेज में केंद्र सरकार ने सड़क निर्माण को स्वीकृति दी है। सड़क टोटल 88 किलोमीटर लंबी होगी। इस फोरलेन के बन जाने से पटना हवाई अड्डा से गया हवाई अड्डा की दूरी महज 100 मिनटों में कवर हो जाएगी। इसके अलावे राजधानी के ग्रैंड ट्रंक रोड से डायरेक्ट कनेक्टिविटी बन जाएगा।