पटना यूनिवर्सिटी में एडवांस रिसर्च सेंटर बनाने का काम शुरू हो गया है। बिहार राज्य आधारभूत संरचना लिमिटेड के द्वारा लगभग आठ करोड़ रुपए खर्च कर जी प्लस थ्री भवन का निर्माण साइंस कॉलेज में भौतिकी विभाग के पास शुरू हुआ है। वहीं, तीन करोड़ रुपए खर्च कर अत्याधुनिक उपकरणों की खरीदारी होगी। भवन निर्माण राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान की पैसे से, जबकि विश्वविद्यालय उपकरणों की खरीद करेगा। वहीं रुसा के मद से 4.5 करोड़ रुपए से अंतरराष्ट्रीय हॉस्टल को मूर्त रूप मिल रहा है। इसका मॉडल बन कर तैयार है।
बता दें कि एडवांस रिसर्च सेंटर को अगले सेशन (2023-24) में विद्यार्थियों को अनुसंधान के लिए उपलब्ध कराया जाएगा पटना विश्वविद्यालय के छात्रों का तरीका यूनिवर्सिटी के छात्र भी इस केंद्र का इस्तेमाल आंशिक राशि भुगतान कर सकेंगे। इस केंद्र के शुरू हो जाने से ऐसा बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय में शोध काम में तेजी आएगी और विश्वविद्यालय की रैंकिंग नैक में पहले से अपग्रेड होगी।
रिसर्च लैब में आइटी डाटा लैब एक मंजिल पर होगा। वहीं दूसरे माले पर एक सेमिनार हॉल शोध पर चर्चा हेतु रहेगा। इसके साथ ही शोध विद्यार्थियों के बैठने के लिए एक हॉल होगा। इसके अलावा अन्य सभी हॉल में विद्यार्थियों के अनुसंधान के लिए उपकरण लगेंगे। पीयू गेस्ट हाउस के नजदीक पटना यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल हॉस्टल का निर्माण शुरू हो गया है। अगर दूसरे देश से कोई वीआईपी विवि में आते हैं, तो यहां आराम से रह सकेंगे। इस हॉस्टल में टोटल 24 कैमरे होंगे। यहां तमाम व्यवस्था होगी।
पटना यूनिवर्सिटी के विकास पदाधिकारी प्रो परिमल खान ने कहा कि आगे और भी मशीनों की मांग की जाएगी। यूनिवर्सिटी में साइंस सेंटर और इंटरनेशनल हॉस्टल का निर्माण काम शुरू हो गया है। आगे और भी उपकरण की डिमांड डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, गवर्मेंट ऑफ इंडिया से आगे होगी।