राज्य की राजधानी पटना में बन रहे मेट्रो परियोजना के लिए 76 एकड़ भूमि अधिग्रहण को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने मंजूरी दे दी है। निर्धारित समय में भूमि अधिग्रहण पूरा होते ही पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड लोन की प्रक्रिया शुरू कर देगी। बता दें कि लोन विदेशी एजेंसी जायका से लिया जाना है।
लोन की मंजूरी होते ही पटना मेट्रो के अंडरग्राउंड स्टेशनों के निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। 17.5 हजार करोड़ की लागत से पटना मेट्रो को बनाया जाएगा, जिसमें 60% की हिस्सेदारी विदेशी लोग से होगी। एशियन डेवलपमेंट बैंक या जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन से लोन लिया जाएगा, बाकी के 40% राशि राज्य व केंद्र सरकार दोनों मिलकर उठाएगी।
मेट्रो परियोजना का काम पिछले साल से ही शुरू है, साल 2023 के मार्च तक परियोजना का काम पूरा कर लिया जाना था। लेकिन कार्य में विलंबता के चलते 2024 के अंत तक मेट्रो संचालन का काम पूरा कर लिया जाएगा, इसके लिए काफी तेजी से काम हो रही है। राजधानी वासियों के लिए मेट्रो किसी तोहफे से कम नहीं है।
बता दें कि पटना में 32 किलोमीटर में मेट्रो का संचालन होगा, इसमें 18 किलोमीटर मेट्रो जमीन के नीचे यानि अंडर ग्राउंड चलेगी। पटना के मलाही पकड़ी, हनुमान नगर में फिलहाल काम चल रहा है, यहां से आईएसबीटी बैरिया तक कोरिडोर द्वार का निर्माण किया जाना है। मेट्रो का डिपो भी यहीं बनना है। अभी तक सिर्फ पांच प्रतिशत ही काम पूरा हो सका है। एलएनटी कंस्ट्रक्शन कंपनी मेट्रो निर्माण का काम कर रही है।