बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो निर्माणाधीन है, पहले कोरिडोर और दूसरे कोरिडोर के साथ आइएसबीटी डिपो के ओवरहेड उपकरणों को लगाने (ओएचई सिस्टम) का काम अगले 3 सालों में पूरा किए जाने की संभावना है. ओवरहेड उपकरणों को लगाने में करीब 144.65 करोड़ की लागत आने का अनुमान है।
पटना मेट्रो की निर्माण कंपनी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने इसके लिए निविदा आमंत्रित की है, जिसके तहत अगले तीन सालों में 25 केवी के ओवरहेड सिस्टम से जुड़े उपकरणों के इंस्टॉलेशन और जांच कर उन्हें शुरू करने का जिम्मा सौंपा जाएगा।
इसके लिए ऑनलाइन माध्यम से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिसके लिए नौ अगस्त तक ई-टेंडर वेबसाइट से अपलोड किया जा सकता है. टेंडर जमा करने की अवधि 26 अगस्त से दो सितंबर के बीच होगी और अंतिम रूप से सितंबर माह के 3 तारीख को टेंडर खोला जाएगा।
पटना मेट्रो के निर्माण के तहत सबसे पहले मलाही पकड़ी से बैरिया का काम किया जाएगा. पटना मेट्रो के पहले चरण में मलाही पकड़ी से बैरिया स्थित नए बस स्टैंड तक मेट्रो सेवा शुरू करने की योजना है।मलाही पकड़ी से बैरिया के लिए लिए कंकड़बाग स्थित 90 फीट रोड में पाइलिंग का काम चल रहा है. आइएसबीटी डिपो यानी कि नए बस स्टैंड में गेज ट्रैक को बिछाने के लिए टेंडर निकाला गया है, इसे अगले दो वर्षो में पूरा होने की संभावना है. मेट्रो डिपो के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और बचे हुए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा कर इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।